सहकारी क्षेत्र में नई जान फूँकेंगे पीएसीएस
- शाजी के वी
दुनिया भर में ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष- 2025’ के स्वागत की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। यह ऐसे समय में हो रहा है जब भारत का सहकारिता क्षेत्र मजबूत स्थिति में है और देशभर में नई, मजबूत और तेजी से उभरती हुई प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) का प्रसार हो रहा है। आर्थिक और प्रशासनिक सुधारों से लैस ये पीएसीएस अब ग्रामीण और कृषि प्रधान भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
यद्यपि भारत में सहकारिता का गौरवशाली इतिहास रहा है लेकिन कुप्रबंधन, संकट के समय पर्याप्त सरकारी समर्थन की कमी और आवश्यक सुधारों की अनुपस्थिति के कारण इसके विकास में रुकावट आई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपने दूसरे कार्यकाल में सहकारिता मंत्रालय का गठन करने और अमित शाह को इसकी कमान सौंपने के बाद सहकारिता क्षेत्र में बदलाव दिखने ...