बांके बिहारी मंदिर हादसे को लेकर लोगों ने सुनाई आपबीती, कहा- कभी नहीं भूल सकते वो 30 मिनट
मथुरा । वृंदावन (Vrindavan) में मंगला आरती के दौरान हादसे (accidents) के शिकार हुए श्रद्धालुओं (pilgrims) के आंसू रुक नहीं रहे हैं। जान बचने पर बारंबार बांकेबिहारी (banke bihari) को प्रणाम कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रभु की कृपा से ही उनकी जान बची, अन्यथा वह तो मौत निश्चित मान चुके थे। दम घोंटू माहौल के वह 30 मिनट लोग कभी नहीं भूल सकते जो उस समय वहां मौजूद थे। अचानक गेट नंबर-1 पर एक व्यक्ति की तबियत बिगड़ने के बाद अफरा तफरी का जो माहौल बना तो हर कोई जान बचाने की जुगत लगाने लगा था।
फरीदाबाद की सुभाष कॉलोनी से बांकेबिहारी के दर्शन को आईं मनीता पत्नी नेत्रपाल ने बताया कि उन्हें मंगला आरती के बारे में पता चला तो वह वृंदावन में रुक गए। उन्हें नहीं पता था कि मंगला आरती में इतनी भीड़ होगी। वह और उनके पति एवं पड़ोसी भीड़ में बुरी तरह से फंस गए। वह जैसे ही नीचे हुईं भीड़ में दब गईं। पति ने जब उन...