Saturday, September 21"खबर जो असर करे"

Tag: 3.5 percent

आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार अप्रैल में 3.5 फीसदी रही

आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार अप्रैल में 3.5 फीसदी रही

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यवस्था के र्मोचे (economy front) पर झटका लगने वाली खबर है। देश (country) के आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार (growth of eight basic industries) अप्रैल महीने में सुस्त पड़ कर 3.5 फीसदी (slowing down to 3.5 percent) रह गई है। यह आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि का छह महीने का निचला स्तर है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार 3.5 फीसदी रही। मार्च, 2023 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 3.6 फीसदी रही थी। पिछले साल इसी अवधि में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 9.5 फीसदी बढ़ा था। आंकड़ों के मुताबिक मुख्य रूप से कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली का उत्पादन घटने की वजह से आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि सुस्त पड़ी है। यह बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की अक्टूबर, 20...
इस्मा ने चीनी उत्पादन का अनुमान 3.5 फीसदी घटाकर 328 लाख टन किया

इस्मा ने चीनी उत्पादन का अनुमान 3.5 फीसदी घटाकर 328 लाख टन किया

देश, बिज़नेस
- इस्मा ने पहले 340 लाख टन चीनी के उत्पादन का जताया था अनुमान नई दिल्ली (New Delhi)। देश में चीनी विपणन वर्ष 2022-23 में चीनी का उत्पादन (sugar production) कम होने का अनुमान है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) (Indian Sugar Mills Association (ISMA)) ने सितंबर में समाप्त होने वाले चालू चीनी विपणन वर्ष के लिए चीनी उत्पादन के अपने अनुमान को 3.5 फीसदी (Reduced by 3.5 percent) घटाकर 328 लाख टन (328 lakh tonnes) कर दिया है। इस्मा ने पहले 340 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान जताया था। उद्योग निकाय इस्मा ने बुधवार को एक बयान में कहा कि चालू चीनी विपणन वर्ष 2022-23 में चीनी उत्पादन 3.5 फीसदी घटकर 328 लाख टन रहने का अनुमान है। इस्मा के मुताबिक चीनी विपणन वर्ष 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) में महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन 121 लाख टन के पहले के अनुमान से घटकर 105 लाख टन तक रहने की वजह से कुल चीनी उत्पादन के अ...