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इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट ने 2012 की ब्लैकफेस फोटो के लिए मांगी माफी

इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट ने 2012 की ब्लैकफेस फोटो के लिए मांगी माफी

खेल
लंदन। इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हीथर नाइट को क्रिकेट अनुशासन आयोग (सीडीसी) ने 2012 में ब्लैकफेस वाली तस्वीर के लिए फटकार लगाई है और 1000 ग्रेट ब्रिटेन पाउंड का जुर्माना लगाया है, उनके इस व्यवहार को "नस्लवादी और भेदभावपूर्ण आचरण" माना गया है। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार, 2012 में क्रिकेट क्लब पार्टी में स्पोर्ट्स स्टार थीम वाली फैंसी ड्रेस पार्टी में किसी तीसरे पक्ष द्वारा ली गई तस्वीर ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के निर्देश 3.3 का उल्लंघन किया, जिसमें उस समय कहा गया था, "कोई भी व्यक्ति खुद को इस तरह से संचालित नहीं कर सकता है या कोई ऐसा कार्य या चूक नहीं कर सकता है जो क्रिकेट के हितों के लिए हानिकारक हो या जो क्रिकेट के खेल या किसी क्रिकेटर या क्रिकेटरों के समूह को बदनाम करे।" नाइट, जो उस समय 21 वर्ष की थी, ने आरोपों को स्वीकार कर लिया और अपने आचरण के लिए माफ़ी म...
द्रौपदी मुर्मू से पहले भी देश को मिल सकता था आदिवासी राष्ट्रपति, जानिए वो किस्सा

द्रौपदी मुर्मू से पहले भी देश को मिल सकता था आदिवासी राष्ट्रपति, जानिए वो किस्सा

देश
नई दिल्ली । द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) देश की 15वीं राष्ट्रपति (15th President) बन गई हैं. उनका राष्ट्रपति बनना अपने आप में ऐतिहासिक है, वे पहली आदिवासी समुदाय (tribal community) से आईं महिला राष्ट्रपति हैं. जिस बड़े अंतर से उन्होंने ये जीत दर्ज की है, इससे ये मुकाम और ज्यादा खास बन जाता है. लेकिन ये बात कम ही लोग जानते हैं कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से 10 साल पहले भी भारत (India) के पास एक मौका आया था. वो मौका था एक आदिवासी राष्ट्रपति चुनने का. ये बात 2012 राष्ट्रपति चुनाव की है. केंद्र में यूपीए की सरकार थी और प्रधानमंत्री थे डॉक्टर मनमोहन सिंह. उस समय कांग्रेस ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में प्रणब मुखर्जी को उतारा था. पार्टी को पूरी उम्मीद थी कि विपक्ष कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा और प्रणब बिना किसी अड़चन के रायसेना तक पहुंच जाएंगे. लेकिन उस समय जैसा देश की राजनीति का म...