Friday, November 22"खबर जो असर करे"

स्वीटी बूरा बनीं विश्व बॉक्सिंग चैंपियन, फाइनल में चीनी मुक्केबाज को 4-3 से हराया

नई दिल्ली। महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शनिवार का दिन भारत के लिए काफी खास रहा। एक ही दिन में देश के लिए दो मुक्केबाजों ने स्वर्ण पदक जीते। पहले जहां नीतू घनघस ने 48 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वहीं, स्वीटी बूरा ने 81 किग्रा भारवर्ग में चीनी खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वीटी बूरा और वांग लीना के बीच कांटे की टक्कर हुई। इसके बावजूद शुरू से ही स्वीटी ने चीनी मुक्केबाज पर दबाव बनाए रखा। ऐसे में शुरुआती दो राउंड में स्वीटी ने 3-2 की बढ़त बना ली थी। जब तीसरा राउंड सम्पन्न हुआ तो मैच का फैसला रिव्यू के लिए गया। आखिर में नतीजा स्वीटी के पक्ष में आया और स्वीटी ने 81 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में चीन की वॉन्ग ली को 4-3 से पटखनी दी। इस तरह भारत को आज के दिन प्रतियोगिता में दूसरा स्वर्ण पदक मिला।

उल्लेखीय है कि हरियाणा की मुक्केबाज स्वीटी बूरा (81 किग्रा वर्ग) को शुरुआती दौर में बाई प्राप्त हुआ था जिसके बाद उन्होंने क्वार्टरफाइनल में बेलारूसी विक्टोरिया केबीकावा पर जीत हासिल की थी। फिर सेमीफाइनल राउंड में ऑस्ट्रेलिया की एम्मा-सू ग्रीनट्री के खिलाफ विभाजित निर्णय से जीत दर्ज की थी। और आज चीनी वांग लीना को हराकर विश्व चैम्पियन बन गई हैं।

स्वीटी विश्व चैंपियन बनने वाली सातवीं भारतीय
इस जीत के साथ स्वीटी बूरा वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली सातवीं भारतीय महिला मुक्केबाज बन गईं। इससे पहले कुछ ही घंटे पूर्व नीतू घनघस चैंपियन (2023) बनीं थीं। जबकि छह बार की चैंपियन मैरी कॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी (2006), लेखा केसी (2006) और निखत जरीन (2022) ने यह कारनामा कर चुकीं हैं। आज के नीतू और स्वीटी के मेडल को मिलाकर वर्ल्ड महिला बॉक्सिंग चैपिंयनशिप में भारत के पास अब कुल 12 गोल्ड मेडल हैं। (एजेंसी, हि.स.)