– मृत्युंजय दीक्षित
आगामी लोकसभा चुनावों को दृष्टिगत रखते हुए देश के सभी राजनैतिक दलों ने अपनी-अपनी चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए अपनी तैयारी को अंतिम रूप देना प्रारंभ कर दिया है। इस तैयारी पर यदि समग्र व निष्पक्ष दृष्टि से डाली जाए तो इस समय नि:संदेह भारतीय जनता पार्टी आगे दिखाई पड़ रही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव जिन्हें लोकसभा का सेमी फाइनल माना जा रहा था उनमें भाजपा ने सभी विश्लेषकों को चौंकाते हुए मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शानदार जीत हासिल की, जिससे उसका उत्साह बढ़ा है। इन सभी राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री चयन ने विपक्ष की जातिवाद की राजनीति की गहरी काट खोजने का प्रयास किया है । भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री चयन के बाद उनका प्रचार भी प्रारम्भ कर दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव का उत्तर प्रदेश के यादव बाहुल्य क्षेत्रों और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का ब्राह्मणों सहित सवर्ण समाज के बीच में प्रचार हो रहा है। उधर विपक्षी दलों में भी एकता के लिए बैठकें चल रही हैं।
विधानसभा चुनाव के मध्य ही भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के नेतृत्व में 15 नवंबर 2023 से विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की है। यह यात्रा भारत की सभी ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों तक पहुंचेगी। विकसित भारत यात्रा के माध्यम से भाजपा उन वंचित लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है जो विभिन्न योजनाओं के पात्र हैं लेकिन अभी तक लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। दूसरा यह कि इस यात्रा के माध्यम से सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस यात्रा में गांव व पंचायत में मोदी की गारंटी वाली वैन पहुंचने पर उसका ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत किया जाता है और उसी स्थान पर लाभार्थी फार्म भी भरवाये जाते हैं। यात्रा के दौरान सरकारी योजनाओें के लाभार्थियों से उनकी व्यक्तिगत कहानियों और अनुभव साझा करने को भी कहा जाता है और उनका फीडबैक लिया जाता है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा की 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से शुरू की गई थी और अब इसका विस्तार संपूर्ण भारत में हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस यात्रा का उद्घाटन किया था। तीन राज्यों में भाजपा की जो जोरदार वापसी हुई है उसमें प्रधानमंत्री मोदी की खूंटी की उस यात्रा का भी योगदान माना जा रहा है।
एक माह की अवधि में विकसित भारत संकल्प यात्रा 68,000 ग्राम पंचायतों में 2.50 करोड़ से अधिक नागरिकों तक पहुंच गई है जिसमें लगभग दो करोड़ लोगों ने विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। केंद्र सरकार की योजनाओं के 2 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने, “मेरी कहानी मेरी जुबानी” पहल के अंतर्गत अपने अनुभव बताए हैं। अनुमान है भाजपा की व्यापक विजय सुनिश्चत करने में यह यात्रा मील का पत्थर साबित होगी। भाजपा की यात्राएं देश और भाजपा दोनों के लिए शुभ रही हैं । राममंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर करने के लिए की गई यात्राओं से अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण का संकल्प पूरा हो रहा है। जम्मू-कश्मीर के लिए की गई यात्रा का संकल्प भी पूरा हुआ और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 का सदा के लिए समापन हुआ। अब विकसित भारत रथयात्रा नया इतिहास लिखने वाली है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संकल्प यात्रा पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दे रहे हैं तथा अपने सभी सांसदों, विधायकों व पार्टी जिलाध्यक्षों आदि सभी से यात्रा से जुड़ने की लगातार अपील कर रहे हैं। उन्हें आभास हो गया है कि यह संकल्प यात्रा आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी का सबसे महत्वपूर्ण प्रचारक बनेगी। संभवतः यात्रा की सफलता लोकसभा के टिकट की दावेदारी को भी मजबूत करे।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषणों से जातिवाद की राजनीति पर करारा प्रहार किया है और उन्होंने सबसे बड़ी जाति गरीबी बता दी। गरीबों में महिला, किसान, युवाओं और बेरोजगारों को वह प्राथमिकता दे रहे हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री लाभार्थियों से सीधा संवाद कर रहे हैं, जिससे लाथार्थियों व सरकारी कर्मचारियों में उत्साह का संचार हो रहा है। प्रधानमंत्री सभी लोगों से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की लगातार अपील कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का कहना है कि आज इस यात्रा की कमान देशवासियों ने अपने हाथों में ले ली है। यह वर्तमान सरकार का ही प्रयास है कि जिसने गरीबों, किसानों छोटे व्यापारियों और समाज के विभिन्न वर्गों की मदद की है। स्वतंत्रता के बाद लंबे समय तक विकास का लाभ कुछ बड़े शहरों तक ही सीमित था किन्तु अब सरकार छोटे शहरों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। यह विकसित भारत यात्रा देश को विकसित बनाने का बीज संकल्प है। इस यात्रा से विकसित भारत की नींव मजबूत होने जा रही है।
वर्तमान केंद्र सरकार ने अपनी कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से केवल निर्धन वर्ग के जीवनस्तर में बदलाव लाने का काम नहीं किया है अपितु उनमें भाजपा और विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी के प्रति भरोसा बढ़ाने का भी काम किया है। आज यदि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ रहा है तो उसके पीछे उनकी कल्याणकारी योजनाएं हैं। वह स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसे प्रथम प्रधानमंत्री हैं जो स्वयं धरातल पर उतर कर सभी योजनाओं की सच्चाई का पता लगाकर योजनाओं को नया स्वरूप प्रदान कर उनका विस्तारीकरण भी कर रहे हैं। उदाहरण के रूप में प्रधानमंत्री जनऔषधि वितरण केंद्र योजना, अभी तक देशभर में 10 हजार औषधि वितरण केंद्र थे जिनका विस्तार अब 25 हजार तक किया जा रहा है। यह एक बहुत अच्छी योजना है और उन लोगों के लिए तो वरदान सरीखी है जिन्हें लम्बे समय या जीवनपर्यंत कोई दवा लेनी है।
यात्रा के माध्यम से ही भाजपा दो करोड़ विकसित भारत ब्रांड एम्बेसडर बनाने जा रही है और उसके लिए कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही हैं। यह अभियान भी भाजपा को चुनाव में लाभ प्रदान करेगा। केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों में से एक बड़ी संख्या महिलाओं की है और इसका एक बड़ा कारण अनेक योजनाओं में घर की मुखिया के रूप में महिला को वरीयता दी गयी है। यही कारण है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हर चार में से तीन महिलाओं ने भाजपा को वोट दिया है और भारी मतदान भी किया है। वर्तमान सरकार में कई ऐसे कार्य हुए व निर्णय लिए गये हैं जिससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है।
प्रधानमंत्री का कहना है कि जहाँ से लोगों की उम्मीदें समाप्त हो जाती है वहां से मोदी की गारंटी की शुरुआत हो जाती है और वे ऐसा कहते नहीं वरन करके दिखाते हैं। जब विकसित भारत संकल्प यात्रा का समापन होगा तब तक भाजपा करोड़ों लाभार्थियों तक अपनी पहुंच बना लेगी। वहीं, अयोध्या के भव्य राममंदिर का उद्घाटन भी संपन्न हो चुका होगा। इस प्रकार आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा भक्ति, अध्यात्म और विकसित भारत के संकल्प के बल एक बड़ी विजय प्राप्त करने की ओर अग्रसर होगी।
(लेखक, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)