नई दिल्ली। शुक्रवार 2 सितंबर को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह घरेलू शेयर बाजार के कारोबार के लिहाज से सपाट कारोबार वाला सप्ताह साबित हुआ। पूरे सप्ताह के कारोबार के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 30.54 अंक की कमजोरी के साथ 58,803.33 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी साप्ताहिक कारोबार के बाद 19.40 अंक की कमजोरी के साथ 17,539.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान यूरोपीय देशों और जापान में बढ़ती महंगाई के साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से मौद्रिक नीतियों में सख्ती जारी रखने के संकेत दिए जाने की वजह से लगातार नकारात्मक माहौल बना रहा। वैश्विक स्तर पर निगेटिव सेंटिमेंट्स बनने की वजह से शेयर बाजार पर दबाव की स्थिति बनी रही। दूसरी ओर भारतीय अर्थव्यवस्था के बेहतरीन आंकड़ों और विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार हो रही खरीदारी के कारण घरेलू शेयर बाजार को निचले स्तर पर काफी सपोर्ट पर मिला। वैश्विक दबाव और घरेलू सपोर्ट जैसे परस्पर विपरीत संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार में पूरे सप्ताह लगातार उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही।
पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के लार्ज कैप इंडेक्स ने ओवरऑल सपाट स्तर पर रहकर कारोबार किया। इस इंडेक्स में शामिल अडाणी इंटरप्राइजेज, अडाणी टोटल गैस, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज, हैवेल्स इंडिया, बजाज फिनसर्व और डीएलएफ लगातार हुई खरीदारी के सपोर्ट से टॉप गेनर बनकर सामने आए। दूसरी ओर हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, वेदांता, पीबी फिनटेक, इंफोसिस और श्री सीमेंट के शेयर बिकवाली के दबाव में लार्जकैप इंडेक्स के लिए टॉप लूजर बने।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मिडकैप इंडेक्स साप्ताहिक कारोबार के दौरान 1.3 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहा। मिडकैप इंडेक्स की बढ़त में टीवीएस मोटर कंपनी, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एसजेवीएन, अशोक लीलैंड, ग्लैंड फार्मास्यूटिकल्स, अडाणी पावर और एनएचपीसी के शेयरों की तेजी का सबसे अधिक योगदान रहा। हालांकि इसी इंडेक्स में शामिल निप्पोन लाइफ इंडिया ऐसेट मैनेजमेंट, क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स, एम्फैसिस, आईडीबीआई बैंक और न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी के शेयरों में साप्ताहिक कारोबार के दौरान जमकर बिकवाली हुई। इसके कारण ये सभी शेयर मिडकैप इंडेक्स के सबसे बड़े लूजर साबित हुए।
मिडकैप इंडेक्स की तरह ही स्मॉलकैप इंडेक्स ने भी सप्ताहिक कारोबार का अंत 1.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ किया। स्मॉलकैप इंडेक्स की बढ़त में बेस्ट एग्रोलाइफ, डीबी रीयल्टी, रिलायंस पावर, सस्ता सुंदर वेंचर, टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) और फिन्यूटेक्स केमिकल के शेयरों में आई तेजी ने अहम भूमिका निभाई। लेकिन इसी इंडेक्स में शामिल हिंदूजा ग्लोबल सॉल्यूशंस, आरएसडब्ल्यूएम, फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन्स, दीपक फर्टिलाइजर्स, फ्यूचर इंटरप्राइजेज, नाथ बायो-जींस और फ्यूचर रिटेल के शेयरों में हुई जोरदार बिकवाली के कारण स्मॉलकैप इंडेक्स की तेजी पर लगातार ब्रेक भी लगता रहा।
2 सितंबर को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान लगातार हुई खरीद बिक्री के बाद मार्केट कैप में बढ़त के लिहाज से बजाज फिनसर्व सबसे आगे रहा। इसके साथ ही आईटीसी और एचडीएफसी बैंक भी मार्केट कैप में बढ़त के लिहाज से दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। दूसरी ओर मार्केट कैप में गिरावट के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे आगे रहा। पूरे सप्ताह के कारोबार में रिलायंस के अलावा टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इंफोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजी मार्केट कैप में गिरावट के मामले में दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर अगर नजर डालें तो शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के टेलीकॉम इंडेक्स में सबसे अधिक 4 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसी तरह रियल्टी इंडेक्स में 3 प्रतिशत और कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 2.7 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। दूसरी ओर बीएसई के आईटी इंडेक्स में 3 प्रतिशत और मेटल इंडेक्स में 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
संस्थागत निवेशकों के कारोबार के लिहाज से देखा जाए तो पिछले कारोबारी सप्ताह में भी विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में लगातार खरीदारी का रुख बनाए रहा। इस सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से कुल 1,305.54 करोड़ रुपये की खरीदारी की। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली का दबाव बनाए रहे। 2 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह के दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों ने कुल 230.25 करोड़ रुपये की बिकवाली की। गौरतलब है कि अगस्त महीने के कारोबार में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में कुल 22,025.62 करोड़ रुपये की खरीदारी की। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने पूरे अगस्त महीने के दौरान कुल 7,068.63 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। (एजेंसी, हि.स.)