नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) एक फरवरी, 2024 को लगातार छठा बजट (Sixth consecutive budget) संसद (parliament) में पेश करेंगी। इसके साथ ही वह देश की दूसरी वित्त मंत्री (Country’s second finance minister) होंगी, जो लगातार 5 पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश करेंगी। अभी तक यह उपलब्धि पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई (Former Prime Minister Morarji Desai) के नाम दर्ज है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को केंद्रीय अंतरिम बजट 2024-25 को पेश करेंगी। अंतरिम बजट की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। हलवा सेरेमनी के बाद यह अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। पिछले तीन पूर्ण केंद्रीय बजटों की तरह अंतरिम केंद्रीय बजट 2024 भी कागज रहित होगा। बजट दस्तावेज़ एक फरवरी को संसद में वित्त मंत्री का बजट भाषण पूरा होने के बाद मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होंगे।
सीतारमण एक फरवरी को अंतरिम केंद्रीय बजट 2024 को संसद में पेश करने के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्रियों अरुण जेटली, पी. चिदंबरम और यशवंत सिन्हा के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देंगी। इन सभी नेताओं ने लगातार पांच बजट पेश किए थे। बतौर वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने 1959-1964 के बीच पांच सालाना बजट और एक अंतरिम बजट पेश किए थे।
मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद पहले कार्यकाल में अरुण जेटली ने वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला और वित्त वर्ष 2014-15 से वित्त वर्ष 2018-19 तक लगातार पांच बार बजट पेश किए। वित्त वर्ष 2017-18 में जेटली ने फरवरी के आखिरी कार्य दिवस की जगह एक फरवरी को रेल और आम बजट एक साथ पेश किया। इसके साथ ही सरकार ने 28 फरवरी को बजट पेश करने की औपनिवेशिक युग की परंपरा को खत्म कर दी।
सीतारमण एक फरवरी को अगामी वित्त वर्ष 2024-25 का अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करेंगी, जो लेखानुदान होगा। यह केंद्र सरकार को अप्रैल-मई के आम चुनावों के बाद नई सरकार आने तक कुछ निश्चित मदों में खर्च करने का अधिकार देगा। दरअसल इस साल आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में वित्त मंत्री के अंतरिम बजट में कोई बड़ा नीतिगत बदलाव होने की संभावना नहीं है।