Friday, November 15"खबर जो असर करे"

बहन-बेटियों का सम्मान और शान कभी कम नहीं होने दूंगा: शिवराज

-उदयपुर मंदिर का कॉरिडोर बनाने की घोषणा की
-142 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की दी सौगात

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) को बहनों की जिंदगी बदलने का अभियान बताते हुए कहा कि वे प्रदेश की बहन-बेटियों का मान-सम्मान और शान कभी कम नहीं होने देंगे। उन्होंने 21 वर्ष की बहनों के भी आवेदन शीघ्र भरवाए जाने और बासोदा के उदयपुर मंदिर का कॉरिडोर (Udaipur Temple Corridor) बनवाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को विदिशा जिले के गंजबासौदा में 150 बिस्तर के अस्पताल के भूमिपूजन सहित 142 करोड़ 57 लाख रुपये के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद लाडली बहना सम्मेलन और मुख्यमंत्री भू-अधिकार पत्रों के वितरण कार्यक्रम में बहनों से संवाद कर रहे थे।

उन्होंने दोहराया कि लाडली बहनों को एक हजार रुपये देने से योजना शुरू की है और जैसे-जैसे पैसों का इंतजाम होगा, ढाई सौ रुपये के मान से राशि बढ़ा कर तीन हजार रुपये तक ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि बेटे और बेटियों में भेदभाव ठीक नहीं। उन्हें समान नजर से देखने, एक समान व्यवहार के लिए ही लाडली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्यादान जैसी योजनाएँ बनाई हैं।

उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों के सशक्तिकरण के लिए ही उन्होंने स्थानीय निकाय में 50 फीसदी पद महिलाओं के लिए सुरक्षित किए हैं। पुलिस में 30 प्रतिशत और अन्य नौकरियों में 50 फीसदी आरक्षण भी इसी दिशा में उठाया गया कदम है। आज महिलाएँ चूल्हे-चौके से बाहर निकल कर सत्ता और विकास के कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि संपत्ति की रजिस्ट्री बहनों के नाम से होने पर आज 45 प्रतिशत बहनें संपत्ति की मालिक बनी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई भी गरीब मकान के लिए बिना भूमि के नहीं रहेगा और हर आवासहीन को घर बनाने को जमीन दी जायेगी। कलेक्टर ने बताया कि विदिशा जिले में अब तक 2600 गरीबों को भू अधिकार पत्र दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे से समाज और घर परिवार में मान-सम्मान भी बढ़ता है और उनका प्रयास है कि आजीविका मिशन तथा स्व-सहायता समूह से जुड़ कर बहनों की मासिक आमदनी कम से कम 10 हजार हो जाये। प्रयास यह है कि किसी भी बहन की आँख में आँसू न हो और वे मजबूर नहीं मजबूत बनें। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि वे बहनों की आजीविका के लिए स्व-सहायता समूह बनाए।

उन्होंने महिला और बच्चों की योजनाओं के क्रियान्वयन में लाडली बहना सेना की बहनों का साथ मांगा और कहा कि लाडली सेना की देखरेख में योजनाएँ बेहतर तरीके से लागू हो पाएंगी। उन्होंने किसानों, महिलाओं, युवाओं, गरीबों की योजना बंद करने पर पूर्ववर्ती सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने बुजुर्गों से कहा कि अब उनके तीरथ की व्यवस्था हवाई जहाज से की गई है। विदिशा जिले में सिंचाई, स्वास्थ्य, मार्ग आदि व्यवस्थाएँ उनकी ही सरकार में हुई हैं।

मुख्यमंत्री ने किसान-कल्याण निधि के तहत राशि 4 हजार रुपये की जगह अब 6 हजार रुपये किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण निधि से गरीब किसानों को अब साल में 12 हजार रुपए मिलेंगे। अब प्रत्येक परिवार को विभिन्न योजनाओं से काफी धनराशि प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि स्कूल में 12वीं में टॉप करने वाले भांजे और भांजी को स्कूटी इसी सत्र से दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 25 हजार रुपये की राशि जल्दी ही दिए जाने की घोषणा की।

इससे पहले मुख्यमंत्री को लाडली बहनों ने राखी, रेखाचित्र और साफा आदि भेंट किए। मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मियों और आवासहीनों को मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के प्रमाण-पत्र भी वितरित किए।