– चौथी तिमाही में मुनाफा 83 फीसदी बढ़कर 16,694 करोड़ रुपये पर पहुंचा
नई दिल्ली। देश और सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के नतीजे का ऐलान किया है। बैंक का मुनाफा (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही में 83 फीसदी उछलकर 16,694.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में एसबीआई को 9,113.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
एसबीआई ने गुरुवार को शेयर बाजार को जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में उसका मुनाफा 83 फीसदी बढ़कर 16,694.51 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ एकल आधार पर 9,113.53 करोड़ रुपये रहा था। बैंक के मुताबिक मुख्य रूप से ब्याज आय बढ़ने तथा फंसे कर्ज के एवज में कम प्रावधान से उसका मुनाफा बढ़ा है।
बैंक के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में ब्याज आय 31 फीसदी बढ़कर 92,951 करोड़ रुपये रही है। जबकि फंसे कर्ज (एनपीए) के एवज में प्रावधान जनवरी-मार्च तिमाही में कम होकर 3,315.71 करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में 7,237.45 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में बैंक का शुद्ध लाभ 59 फीसदी बढ़कर 50,232.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 31,675.98 करोड़ रुपये था।
एसबीआई ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 11.30 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है। इसकी भुगतान की तिथि 14 जून तय की गई है।