नई दिल्ली। स्टार भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने आखिरकार टेनिस से संन्सास लेने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। शुक्रवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर इस बात का खुलासा किया।
सानिया ने अपनी पोस्ट में अपने पूरे करियर में मिले समर्थन और आगामी टूर्नामेंट के लिए अपने उत्साह के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने भावुक होकर कहा है कि वह ऑस्ट्रेलिया ओपन (AO) के बाद अपने बेटे के साथ समय बिताएंगी।
सानिया मिर्जा के संन्यास के साथ ही टेनिस के एक युग का अंत हो जाएगा, क्योंकि वह भारत में इस खेल की एक अग्रणी खिलाड़ी रही हैं। 36 साल की सानिया ने लिखा, “30 साल पहले हैदराबाद की एक छह साल की लड़की निजाम क्लब में एक टेनिस कोर्ट पर अपनी मां के साथ गई थी। कोच को लगा कि मैं टेनिस सीखने के लिए बहुत छोटी हूं। मेरे सपनों की लड़ाई छह वर्ष की उम्र से शुरू हुई।”
सानिया अगले AO में कजाकिस्तान की एना डेनिलिना के साथ जोड़ी बनाकर खेलती हुई दिखाई देंगी। 16 जनवरी से शुरू होने वाले AO में यह भारतीय खिलाड़ी महिला युगल वर्ग में जलवा बिखेरेंगी। सानिया पिछले साल कोहनी की चोट के चलते यूएस ओपन (US) में भाग लेने से चूक गई थीं। अब AO उनका अंतिम ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट होगा। इससे पूर्व इस खिलाड़ी ने दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद संन्यास लेने की घोषणा की थी।
सानिया ने साल 2003 में अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 2003 में जूनियर विंबलडन का खिताब जीतकर पहली बार दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा परिचय दिया था। इसके बाद से ही उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके दो साल बाद 2005 में वह AO में महिला एकल वर्ग के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने में कामयाब रहीं थी। उस समय वह ऐसा करने वाली पहली महिला भारतीय खिलाड़ी बनीं थी।
सानिया ने अपने टेनिस करियर में कुल छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने में सफलता हासिल की। डबल्स स्पर्धा में वह दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। महिला एकल में वह करियर बेस्ट 27वीं रैंकिंग तक पहुंची थी।
सानिया के ग्रैंड स्लैम खिताब इस प्रकार हैं:
ऑस्ट्रेलिया ओपन, मिक्सड डबल्स (2009)
फ्रेंच ओपन, मिक्सड डबल्स (2012)
यूएस ओपन, मिक्सड डबल्स (2014)
विम्बलडन, महिला डबल्स (2015)
यूएस ओपन, महिला डबल्स (2015)
ऑस्ट्रेलिया ओपन, महिला डबल्स (2016)