नई दिल्ली (New Delhi)। महंगाई के मोर्चे (inflation front) पर आम लोगों को राहत (Relief to common people) देने वाली खबर है। मार्च में खुदरा महंगाई दर (Retail inflation falls) घटकर पांच महीने के निचले स्तर 4.85 फीसदी (five-month low of 4.85 percent) पर आ गई है। इससे पिछले महीने फरवरी में खुदरा महंगाई दर 5.09 फीसदी थी जबकि जनवरी में यह दर 5.10 फीसदी रही थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने शुक्रवार को बताया कि मार्च महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर घटकर 4.85 फीसदी पर आ गई है, जो पांच महीने का निचला स्तर है। इससे पिछले महीने फरवरी में खुदरा महंगाई दर 5.09 फीसदी थी और जनवरी में यह दर 5.10 फीसदी रही थी जबकि मार्च, 2023 में यह 5.66 फीसदी पर रही थी।
एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक मार्च में खाद्य उत्पादों की महंगाई दर 8.52 फीसदी रही है जबकि एक महीने पहले फरवरी में यह 8.66 फीसदी थी। हालांकि, ग्रामीण महंगाई दर 5.34 फीसदी से बढ़कर 5.45 फीसदी पर आ गई है, जबकि शहरी महंगाई की दर 4.78 फीसदी से घटकर 4.14 फीसदी पर आ गई है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने इस साल सामान्य मानसून की उम्मीद जताते हुए चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति 4.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई ने अप्रैल-जून तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति 4.9 फीसदी और सितंबर तिमाही में 3.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।