
दमिश्क। सीरिया में विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क में घुसकर असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत कर दिया। रूस की समाचार एजेंसियों की खबरों के अनुसार सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद अपने परिवार के साथ मॉस्को पहुंच गये हैं और उन्हें शरण दी गई है। इससे कुछ घंटे पहले ही रूसी समाचार एजेंसियों, ‘तास’ और ‘आरआईए’ ने राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ एक अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए बताया कि असद और उनके परिवार को मॉस्को में शरण दी गई है।
सीरियाई लोगों ने रविवार को दमिश्क में अल-असद परिवार के महलों में प्रवेश किया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स द्वारा सत्यापित वीडियो में नागरिकों को भव्य अल-रावदा और मुहाजरीन महलों में टहलते हुए, तस्वीरें लेते हुए और फर्नीचर और आभूषण जैसे कीमती सामान निकालते हुए दिखाया गया है।
अल-रावदा पैलेस में बच्चों को भव्य हॉल में दौड़ते हुए देखा जा सकता है, जबकि पुरुष कुर्सियाँ और स्लाइडिंग ट्रंक ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ लोग फूलदान और अन्य सजावटी सामान लेकर चल रहे थे, और अलमारियाँ और कैबिनेट खाली कर रहे थे।
वहीं, राष्ट्रपति बशर अल-असद के तानाशाही शासन के अचानक पतन के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सीरिया के लोगों से स्थिर और शांतिपूर्ण भविष्य के लिए ऐतिहासिक अवसर का लाभ उठाने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि सीरिया का भविष्य उसके लोगों द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए।
रविवार को जारी एक बयान में, गुटेरेस ने कहा, “14 साल के युद्ध और तानाशाही शासन के पतन के बाद आज सीरिया के लोग एक स्थिर और शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण के लिए एक ऐतिहासिक अवसर का लाभ उठा सकते हैं। सीरिया का भविष्य सीरियाई लोगों को निर्धारित करना है और मेरे विशेष दूत इस दिशा में उनके साथ काम करेंगे।” गुटेरेस ने सीरियाई लोगों को सुलह, न्याय और समृद्धि पर आधारित देश बनाने में मदद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता जताई।
UN महासचिव ने कि शांति की अपील
UN महासचिव ने कहा, “मैं इस संवेदनशील समय में बिना किसी भेदभाव के सभी सीरियाई लोगों के अधिकारों की रक्षा करते हुए शांति और हिंसा से बचने के लिए अपना आह्वान दोहराता हूं।” गुटेरेस ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की आवश्यकता होगी कि कोई भी राजनीतिक परिवर्तन समावेशी और व्यापक हो। सीरिया की संप्रभुता, एकता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता बहाल किया जाना चाहिए।”
वहीं, दूसरी ओर अफगानिस्तान तालिबान ने सीरिया में विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेतृत्व को बधाई दी, जिसने राष्ट्रपति बशर अल-असद शासन को उखाड़ फेंका है और देश में एकीकृत और स्थिर व्यवस्था की उम्मीद जताई है। रविवार को जारी एक बयान में, अफगानिस्तान ने एक संप्रभु इस्लामिक सरकार की आशा जताई जो शांतिपूर्ण हो और सीरियाई लोगों की आकांक्षाओं को दर्शाए।
राष्ट्रपति भवन और असद परिवार के आवास में तोड़फोड़
सीरिया की राजधानी दमिश्क में चौराहों पर जश्न मनाती हुई भीड़ इकट्ठा हुई और सीरियाई क्रांतिकारी ध्वज लहराया। असद और अन्य शीर्ष अधिकारियों की कोई खबर न होने के बाद अनेक लोगों ने राष्ट्रपति भवन और असद परिवार के आवास में तोड़फोड़ की। असद के करीबी सहयोगी रहे रूस ने कहा कि असद ने विद्रोही समूहों के साथ बातचीत के बाद देश छोड़ दिया और उन्होंने शांतिपूर्वक सत्ता हस्तांतरण के निर्देश दिए थे। वर्षों पहले अलकायदा से नाता तोड़ने वाला अबू मोहम्मद अल-गोलानी सबसे बड़े विद्रोही गुट का नेता है और वह अब देश के भविष्य की दिशा तय करेगा।