नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। इससे पहले आरबीआई ने अप्रैल में चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया था।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक के बाद इसका ऐलान किया। शक्तिकांत दास ने दूसरी द्विमासिक एमपीसी समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि घरेलू मांग की स्थिति वृद्धि में सहायक बनी हुई है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग पटरी पर लौट रही है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में रबी फसल का उत्पादन अच्छा रहने, सामान्य मानसून और सेवाओं में लगातार उछाल से निजी खपत को बढ़ावा मिला। ऐसे में चालू वित्त वर्ष के दौरान समग्र आर्थिक गतिविधियों को समर्थन मिलना चाहिए।
विश्व बैंक ने इसी हफ्ते वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले फिच रेटिंग्स ने भी चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ 6 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से पिछले हफ्ते जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में यह दर 9.1 फीसदी रही थी।