नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India -RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) (Monetary Policy Committee – MPC) की द्विमासिक तीन दिवसीय समीक्षा बैठक (Bi-monthly three-day review meeting) यहां मंगलवार को शुरू हो गई है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी द्विमासिक एमपीसी बैठक 6 से 8 जून तक चलेगी। इस बैठक के फैसलों का ऐलान 8 जून को किया जाएगा।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की यह बैठक प्रत्येक दो महीने के अंतराल पर होती है। आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव पर चर्चा की जाएगी। रिजर्व बैंक ने अप्रैल महीने में हुई पिछली बैठक में रेपो रेट में बदलाव नहीं किया था। आरबीआई गवर्नर ने उस समय कहा था कि ये फैसला इस मीटिंग के लिए लिया गया है लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे फिर से बढ़ाया भी जा सकता है।
हालांकि, जानकारों का कहना है कि आरबीआई के पूर्व में नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट में की गई बढ़ोतरी का असर दिखने लगा है। खुदरा महंगाई दर अप्रैल में घटकर रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे 4.7 फीसदी पर आ गया है। ऐसे में एमपीसी की समीक्षा बैठक में इस बार भी नीतिगत दर में बदलाव की गुंजाइश कम दिख रही है। रिजर्व बैंक रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर यथावत रख सकता है।
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने पिछली बार अप्रैल में एमपीसी की बैठक में नीतिगत ब्याज दर में इजाफा रोक दिया था, जो 6.5 फीसदी पर है। इससे पहले महंगाई पर लगाम लगाने के लिए रिजर्व बैंक की ओर से मई, 2022 के बाद से लगातार रेपो रेट में 2.5 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई थी।