नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी। शक्तिकांत दास ने कहा कि मजबूत मांग के चलते घरेलू अर्थव्यवस्था जुझारू क्षमता दिखा रही है। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि महंगाई अभी भी अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि दुनिया में चुनौतियों के बावजूद भारत ग्रोथ इंजन बना हुआ है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि जोखिम समान रूप से संतुलित हैं, ऐसे में वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। इससे पहले अगस्त की मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा में जीडीपी वृद्धि दर 6.50 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया गया था।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक की एमपीसी ने लगातार चौथी बार प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर कायम रखने का फैसला किया है।