भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नौतपा (Nautapa) के चौथे दिन भी मौसम (Changes in weather) के दो अलग-अलग रंग देखने को मिले। कहीं तेज धूप ने सताया तो कहीं तेज आंधी ने तांडव मचाया (storm raged) और कई स्थानों पर तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि (hail with heavy rain) भी हुई। रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना में 37, सागर में 16, रीवा में नौ, सतना में सात, खजुराहो में छह, नौगांव में छह, शिवपुरी में पांच, उज्जैन में तीन, छिंदवाड़ा में दो, सिवनी में दो, भोपाल में 1.1, दमोह में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
वहीं, दूसरी तरह प्रदेश में सबसे अधिक 41 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से वर्षा हो रही है। सोमवार को भी भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। इस दौरान ओलावृष्टि की भी आशंका है।
उज्जैन में आंधी-बारिश ने ली दो लोगों की जान, चार बच्चे घायल
उज्जैन में रविवार शाम को अचान तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इससे गई कई जगह पेड़ धराशायी हो गए। छोटा सराफा में टेलर की दुकान पर पीपल का पेड़ गिरा। यहां काम कर रहे युवक की टहनियों के बीच दबने से मौत हो गई। एक अन्य शख्स की बारिश में बिजली का करंट लगने से जान चली गई। वहीं, पवासा में कच्चा मकान गिरने से चार बच्चे घायल हो गए। सिविल हॉस्पिटल समेत आधे शहर की बिजली गुल हो गई। मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। मौसम विभाग के अनुसार, उज्जैन में 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इससे पहले सुबह सांदीपनि आश्रम के सामने नीम का पुराना पेड़ गिरा था, जिसमें एक कार दब गई थी।
रायसेन में उड़ा टेंट, गुना में डेढ़ इंच बारिश
रायसेन में आपदा मित्र प्रशिक्षण के दौरान अचानक चली आंधी से टेंट उड़ गया। गुना में रविवार सुबह करीब 11 बजे तेज हवा के साथ बारिश हुई। यहां प्रदेशभर में सबसे ज्यादा 37 मिमी यानी डेढ़ इंच पानी बरसा। राघोगढ़ क्षेत्र के अहमदापुर में आंधी से बिजली के खंभे टूट गए। ट्रांसफार्मर गिर गया। मधुसूदनगढ़ में ओले गिरे। भोपाल शहर में तेज हवा चली। बैरसिया में तेज बारिश हुई। सागर में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। रीवा, सतना, खजुराहो, नौगांव, शिवपुरी, उज्जैन, सिवनी, दमोह, नर्मदापुरम और मंडला में भी बारिश हुई। डिंडौरी, सीहोर, विदिशा में भी तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही। अशोकनगर में बूंदाबांदी हुई।
छिंदवाड़ा के हर्रई विकासखण्ड में तेज हवा के साथ बारिश हुई। कई जगह पेड़, बिजली के तार और पोल टूटने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। हर्रई नगर के वार्ड नंबर 10 में 4 घरों के टीनशेड और छप्पर 30 फीट दूर उड़ गए।
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक अन्य द्रोणिका लाइन बनी हुई है। वर्तमान में हवा का रुख भी पश्चिमी, दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। अरब सागर में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से भी लगातार नमी भी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश भी हो रही है।