Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

सहरियन का पुरा को मिली अमृत की सौगात 

मुरैना । जिला मुख्यालय मुरैना से लगभग 22 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम सुमावली सहरियन का पुरामें अब घर-घर नल कनेक्शन देकर अमृत (पानी) उपलब्ध कराने की सौगात दी है। ग्राम सहरियन का पुरा की जनसंख्या 208 है, जिसमें कुल 37 परिवार निवासरत है,सभी परिवार जनजातीय के है। इन सभी 37 परिवारों के घरों में नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है। सभी घरों में नल कनेक्शन हो जाने से अब घर की लड़कियों एवं महिलाओं को दूर-दूर से पानी लाने से निजात मिली है।
ग्राम में पानी पीने के लिए महिलाऐं और बालिकाऐं लगभग 2 वर्ष पूर्व 2 से 3किलोमीटर दूर पर स्थित ग्राम सुमावली में स्थापित हैण्डपंप एवं निजी बोर से पानी ढ़ोकर घर तक लाती थी। इनका सुबह से लेकर देर रात्रि तक बहुमूल्य समय हैण्डपंपों से पानी ढोकर लाने में व्यतीत होता था, वर्षा के समय खेतों में होकर जाने के कारण कई बार गर्भवती महिलाओं के फिसलकर गिरने की दुर्घटना भी हो जाती थी। जैसे ही जिले में जल जीवन मिशन का कार्य शुरू किया गया। इसमें सबसे पहले आदिवासी बाहुल्य ग्रामों को लेकर वहां निवासरत परिवारों के घरों में पाइप लाइन डालकर नल कनेक्शन देने काम प्राथमिकता से कराया गया।यह कार्य आदिवासी बाहुल्य जिले की ग्रामीण आबादी विशेषकर महिलायें और बेटियों की लिये खुशियों की सौगात लेकर आया है।
सहरियन का पुरा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम ने लायकराम आदिवासी से बातचीत की। लायकराम आदिवासी ने बताया कि आज से 30-35 वर्ष पूर्व हमारे पूर्वज कासिन खेड़ा गांव के जंगल में रहते थे, वहां पानी की किल्लत होने के कारण हम सुमावली ग्राम के इस सहरियन का पर बस गये। इस पुरा के समस्त 37 घरों में पाइप लाइन बिछाकर घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल उपलब्ध कराया गया है। अब ग्राम की बहू, बेटियों को दूर से पानी ढ़ोकर नहीं लाना पड़ता है। उससे उनके बहुमूल्य समय की बचत हुई है। इस समय का सदुपयोग वह अपने घर के अन्य कामों को पूरा करने में कर रही है। बच्चों की बेहतर देखभाल कर रही है। बेटियां समय पर स्कूल जा रही है तथा घर पर स्कूल का दिया होमवर्क कर रही है, जिससे हमारे बच्चों के शिक्षा का स्तर सुधरा है। जब ग्राम में नल नहीं लगे थे, तब हमारे बच्चे परीक्षा में औसत अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण हो रहे थे अर्थात् अनुत्तीर्ण हो रहे थे। वर्तमान में शिक्षा का स्तर सुधरा है। नल से शुद्ध जल प्रदाय होने के कारण ग्राम के लोग जल जनित बीमारियों से भी बचे हुये है, जिससे बीमारियों के इलाज में खर्च होने वाला पैसा हमारे परिवार के अन्य जरूरत के कार्यों में खर्च किया जा रहा है। यह परिवर्तन आने से ग्राम के प्रत्येक घर में सम्पन्नता आएगी, जिसके परिणाम भविष्य में देखने को मिलेंगे। नल कनेक्शनों में सतत रूप से स्वच्छ एवं सुरक्षित जल प्रदाय होता रहे। इसके लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्राम पंचायत को फील्ड टेस्ट किट (एफटीके) प्रदान की गयी है। ग्राम की 5 महिलाओं को जल परीक्षण के लिये प्रशिक्षित किया गया है। ताकि वह निश्चित समय अंतराल पर प्रदाय होने वाले जल का परीक्षण करती रहें। ग्राम में ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समिति (व्हीडब्ल्यूएससी) का गठन किया गया है। यह समिति योजना के संचालन, संधारण हेतु उत्तरदायी है। समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है। मुरैना जिले का सहरियन का पुरा जल जीवन मिशन अंतर्गत अब “हर घर जल“ ग्राम हो गया है। योजना के कार्य संचालन एवं संधारण हेतु समिति को हस्तांतरित किये जा चुके है। समिति द्वारा योजना सुचारू रूप से संचालित की जा रही है। जिले को कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिल जल एवं स्वच्छता मिशन श्री अंकित अस्थाना, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. इच्छित गढ़पाले के मार्गदर्शन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री की टीम द्वाराजल जीवन मिशन कार्यक्रम का क्रियान्वयन मुरैना जिले में तीव्र गति से किया जा रहा है।