Friday, November 22"खबर जो असर करे"

डबरा उप जेल में कैदी ने लगाई फांसी, परिजनों और अभिभाषकों ने लगाया जाम

– जेलर पर एफआईआर, दो प्रहरी निलंबित

ग्वालियर। जिले के डबरा स्थित उपजेल में गुरुवार की रात पाक्सो एक्ट के एक मामले में बंद एक कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। गुस्साए परिजनों ने अभिभाषकों के साथ दोपहर थाना चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेलर उसे प्रताड़ित करते थे और रुपयों की मांग भी करते थे। अभिभाषक जेलर पर मामला दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। इसके बाद प्रभारी जेलर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है और ग्वालियर सेंट्रल जेल के अधीक्षक ने उप जेल के दो प्रहरियों को निलंबित कर दिया।

जानकारी के अनुसार, डबरा उप जेल में पाक्सो एक्ट के तहत अविनाश (24) पुत्र अजय छीपा ने गुरुवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद जेल स्टाफ उसे सिविल अस्पताल लेकर आया, जहां पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया तो परिजन मुख्य चौराहे पर पहुंचे और अभिभाषकों के साथ नगर के मुख्य चौराहे पर जाम लगा दिया।

इसके बाद अभिभाषक सिमरिया टेकरी पर हाईवे पर जाम लगाने पहुंच गए। इस दौरान नगर में भारी पुलिस बल तैनात किया। अभिभाषकों का कहना है कि जेल में अव्यवस्थाओं का आलम है। लगातार वसूली की जा रही है, जिसके चलते युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। प्रदर्शन को देखते हुए एसडीएम प्रखर सिंह मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। जेलर नरेंद्र कटारे पर मामला दर्ज किए जाने की मांग पर वकील अड़े रहे।

मामले में कई घंटों के प्रदर्शन के बाद जेलर नरेंद्र कटारे के खिलाफ धारा 306, 201 के तहत अपराध दर्ज किया गया। मामले में दो जेल प्रहरी गोपाल साहू और धर्मेंद्र कुमार को कार्य में लापरवाही का दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय केंद्रीय जेल ग्वालियर किया गया है। इसके बाद वकीलों ने जाम खोला।

वकीलों के प्रदर्शन को देखते हुए केंद्रीय जेल अधीक्षक विदित सिरवैया शुक्रवार को डबरा पहुंचे। जेल का बारीकी से निरीक्षण किया। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।