– पीएम ने आईएनडीआईए गठबंधन पर साधा निशाना, बोले- घमंडिया गठबंधन सनातन को समाप्त करना चाहता है
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले में बीना रिफाइनरी परिसर में पेट्रोकेमिकल कांप्लेक्स का वर्चुअल शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश की 10 नई औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। वर्चुअल शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड की धरती वीरों-शूरवीरों की धरती है। मुझे महीने भर में दूसरी बार सागर आकर आप सभी के दर्शन का सौभाग्य मिला। पिछली बार मैं संत रविदास जी के उस भव्य स्मारक के अवसर पर आपके बीच आया था। आज मुझे मध्य प्रदेश के विकास को नई गति देने वाली अनेक परियोजनाओं का भूमि पूजन करने का अवसर मिला। ये परियोजनाएं इस क्षेत्र के ओद्यौगिक विकास को नई ऊर्जा देंगी। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं गरीब, मध्यम वर्गीय परिवार के सपनों को सच करने वाली हैं। मैं बीना रिफाइनरी के विस्तार और अनेक सुविधाओं के शिलान्यास के लिए मध्य प्रदेश के कोटि-कोटि जनों को बहुत बधाई देता हूं।
इस दौरान उन्होंने आईएनडीआईए गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन सनातन को समाप्त करना चाह रहा है। गांधी जी के आखिरी शब्द थे हे राम…। वे जीवन भर सनातन के पक्ष में रहे। उन्होंने कहा कि भारत ने अब गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़कर स्वतंत्र होने के स्वाभिमान के साथ आगे बढ़ना शुरू किया है। कोई भी देश जब ऐसा ठान लेता है तो उसका कायाकल्प होना शुरू हो जाता है। इसकी एक तस्वीर हमने जी-20 समिट के दौरान भी देखी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड की इस धरती को बीना और बेतवा दोनो नदियों का आशीर्वाद मिला है। आजादी के इस अमृतकाल में हर देशवासी ने अपने भारत को विकसित बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए जरूरी है कि भारत आत्मनिर्भर हो। हमें विदेशों से कम से कम चीजें मंगानी पड़ें। किसी भी देश या फिर किसी भी राज्य के विकास के लिए जरूरी है कि पूरी पारदर्शिता से शासन चले। भ्रष्टाचार पर लगाम कसी रहे।
उन्होंने कहा कि हमने मध्य प्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई। कानून व्यवस्था को स्थापित किया। लोगों को ध्यान होगा कि कैसे कांग्रेस ने बुंदेलखंड को पानी के लिए तरसा कर रखा था। आज की सरकार में हर घर तक सड़क, बिजली पहुंच रही है। आज बड़े-बड़े निवेशक मध्य प्रदेश आना चाहते हैं, नई-नई फैक्टरी लगाना चाहते हैं। अगले कुछ सालों में मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयां छूने जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत पेट्रोल- डीजल तो बाहर से मंगाता ही है, हमें पेट्रो – केमिकल प्रोडक्ट्स के लिए भी दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है। आज बीना रिफाइनरी में पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास हुआ है, वो भारत को ऐसी चीजों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का काम करेगा। बहुत से लोगों को यह पता ही नहीं होता कि प्लास्टिक पाइप, बाल्टी-मग, कुर्सी – टेबल, पेंट, पैकिंग मटीरियल, मेडिकल उपकरण में पेट्रो केमिकल की बहुत बड़ी भूमिका होती है। अब बीना में बनने वाला यह कॉम्प्लेक्स इस पूरे क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाई पर ला देगा। यह मैं आपको गारंटी देने आया हूं। यहां नई इंडस्ट्री आएंगी। किसानों, छोटे उद्यमियों को मदद मिलेगी ही, सबसे बड़ी बात है मेरे नौजवानों को भी रोजगार के हजारों मौके मिलने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि नए भारत में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का भी कायाकल्प हो रहा है। जैसे-जैस देश की जरूरत बढ़ रही है, जरूरतें बदल रही है। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को भी आधुनिक बनाना उतना ही जरूरी है। इसी सोच के साथ आज यहां इस कार्यक्रम में एमपी के दस नए इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया। हमारा प्रयास है, एक भी बहन-बेटी को धुएं में खाना न पकाना पड़े। इसलिए कल बुधवार को ही केंद्र सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। अब देश में 75 लाख और बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया में बज रहा डंकाः शिवराज
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी-20 की ऐतिहासिक सफलता के बाद यहां आए हैं। पूरे विश्व में डंका बज रहा है। चंद्रमा पर पहुंचा चंद्रयान। सूरज की ओर भी हमारा यान जा रहा है। बुंदेलखंड की धरती जिसे कांग्रेस की सरकारों ने हमेशा पिछड़ा रखा। आज जो 50 हजार करोड़ से पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बन रहा है, उससे भविष्य में भविष्य में दो लाख 45 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
2014 से पहले गैस सिलिंडर के लिए लगती थी लाइनः हरदीप पुरी
कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ‘2014 से पहले भारत में 45 प्रतिशत परिवारों को गैस सिलेंडर नहीं मिलता था। लाइन लगती थी। आज देश में 32 करोड़ गैस सिलेंडर के कनेक्शन हैं। (हि.स.)