भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल प्रवास के दौरान रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने इनमें से तीन वंदे भारत ट्रेन को वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने ट्रेन में यात्रा कर रहे बच्चों के साथ संवाद भी किया। बच्चों ने भी उनसे खुलकर बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को एक दिवसीय प्रवास पर भोपाल आए। राजा भोज विमानतल पर उतरने के बाद मोदी सड़क मार्ग से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुँचे। स्टेशन पर प्रधानमंत्री का राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार, सांसद वीडी शर्मा, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सहित अन्य मंत्री गण एवं जन-प्रतिनिधियों ने स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे स्टेशन पर उपस्थित जन-समुदाय का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री ने आज से आरंभ होने वाली वंदे भारत ट्रेन में यात्रा के लिए बैठे स्कूली बच्चों से भेंट कर भारत की प्रगति और उपलब्धियों, भविष्य के लक्ष्य के बारे में बातचीत की। स्कूली बच्चों ने प्रधानमंत्री को आजादी के अमृत महोत्सव, विश्व में बनती भारत की प्रभावपूर्ण स्थिति पर केन्द्रित पेंटिंग्स तथा प्रधानमंत्री का हस्त निर्मित चित्र भेंट किया।
प्रधानमंत्री ने जिन पाँच वंदे भारत रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाई, उनमें भोपाल (रानी कमलापति)- इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस; भोपाल (रानी कमलापति)-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस; रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस; धारवाड़-बेंगलुरू वंदे भारत एक्सप्रेस और गोवा (मडगांव)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं। इनमें से अंतिम तीन को प्रधानमंत्री ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
भोपाल (रानी कमलापति)- इंदौर, वंदे भारत एक्सप्रेस मध्य प्रदेश के दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच सरल और त्वरित यात्रा की सुविधा प्रदान करेगी तथा क्षेत्र में सांस्कृतिक, पर्यटन एवं धार्मिक स्थानों की कनेक्टिविटी में सुधार लाएगी। वंदे भारत ट्रेन से भोपाल से इंदौर की 269 किलोमीटर की दूरी अब साढ़े तीन घंटे में तय हो जाएगी। भोपाल (रानी कमलापति)-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी। इसके अतिरिक्त, बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र के पर्यटन स्थलों को भी लाभ होगा। इस ट्रेन के चलने से भोपाल से जबलपुर की 340 किलोमीटर की दूरी अब साढ़े चार घंटे में ही तय हो जाएगी।
रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत रेलगाड़ी होगी। पटना और रांची के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाने वाली यह रेलगाड़ी पर्यटकों, छात्रों और व्यवसायियों के लिए वरदान साबित होगी। धारवाड़-बेंगलुरू वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक-धारवाड़ और हुबली में महत्वपूर्ण शहरों को राज्य की राजधानी बेंगलुरू से जोड़ेगी। इससे क्षेत्र के पर्यटकों, छात्रों, उद्योगपतियों आदि को अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा। गोवा (मडगांव)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। इससे गोवा और महाराष्ट्र दोनों के ही पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।