Wednesday, February 19"खबर जो असर करे"

राष्ट्रपति आज आदि महोत्सव 2025 का करेंगी उद्घाटन

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Draupadi Murmu) आज रविवार को आदि महोत्सव 2025 का उद्घाटन (Inauguration of Aadi Mahotsav 2025) करेंगी। जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Tribal Co-operative Marketing Development Federation of India Limited) द्वारा आयोजित आदि महोत्सव 16-24 फरवरी तक मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित हो रहा है।

भारत के जनजातीय समुदायों की जीवंत संस्कृति, विरासत और आर्थिक क्षमता का जश्न मनाने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया जा रहा है। उत्सव में इंडोनेशिया और श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होंगे। इसमें देश के 30 से अधिक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेश के 600 से अधिक आदिवासी कारीगरों, 500 लोक कलाकारों और 25 आदिवासी खाद्य स्टालों लगाए जा रहे हैं।

जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम ने शनिवार को मीडिया को बताया कि आदि महोत्सव सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, यह जनजातीय समुदायों को एक व्यापक बाजार प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने की पहल है। यह त्योहार पारंपरिक कला रूपों और आधुनिक उपभोक्ताओं के बीच अंतर को पाटते हुए जनजातीय उत्पादों को बढ़ावा देना सुनिश्चित करता है।

जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके ने कहा कि आदि महोत्सव राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करके आदिवासी कारीगरों की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करता है। आदिवासी उद्यमियों के लिए इन अवसरों का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को आदिवासी विविध संस्कृति के उत्सव को देखना चाहिए।

आदि महोत्सव की मुख्य विशेषताओं में विभिन्न राज्यों के जनजातीय कारीगरों द्वारा लाइव प्रदर्शन, 20 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) और 35 प्रशिक्षण संस्थानों के साथ सहयोग डिजाइन संस्थानों और कॉर्पोरेट घरानों के साथ 25 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर, राज्य और अंतरराष्ट्रीय मंडप, श्रीलंका और इंडोनेशिया से प्रतिनिधिमंडल, जनजातीय पाक वस्तुओं की डिजिटल ऑनबोर्डिंग के लिए आईएफसीए के साथ साझेदारी, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) में प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए एनईएसटी के साथ समझौता ज्ञापन, महुआ जैसे लघु वन उत्पादों के मूल्यवर्धन के लिए एचपीएमसी के साथ समझौता ज्ञापन शामिल है।