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मप्र में कर्मचारियों को केन्द्र के बराबर डीए देने की तैयारी, चुनाव आयोग को भेजा प्रस्ताव

भोपाल। मध्य प्रदेश के सात लाख नियमित कर्मचारियों का महंगाई भत्ता और साढ़े चार लाख पेंशनरों की महंगाई राहत बढ़ाने की तैयारी जा रही है। इस संबंध में एक प्रस्ताव राज्य सरकार ने निर्वाचन आयोग को भेजा है और डीए बढ़ाने की अनुमति मांगी है। आयोग की अनुमति मिलते ही वित्त विभाग द्वारा चार प्रतिशत की वृद्धि के आदेश जारी कर दिए जाएंगे। इसके बाद महंगाई भत्ता 46 प्रतिशत हो जाएगा। प्रदेश में कर्मचारियों को एक जनवरी 2023 से 42 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि दीपावली के शुभ अवसर पर मध्यप्रदेश के शासकीय सेवकों और पेंशनर्स को मिलने वाले महंगाई भत्ते में चार फीसदी की वृद्धि करने का प्रस्ताव राज्य सरकार द्वारा निर्वाचन आयोग को प्रेषित कर दिया गया है। इससे राज्य के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता केंद्र के बराबर हो जाएगा। राज्य सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। सभी कर्मचारियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने जुलाई 2023 से अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ाकर 46 प्रतिशत कर दिया है। प्रदेश सरकार ने यह नीतिगत निर्णय लिया है कि जब केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ता बढ़ाया जाएगा, उसी तिथि से प्रदेश के कर्मचारियों का महंगाई भी बढ़ाया जाएगा।

वहीं, पेंशनरों को जुलाई 2023 से 42 प्रतिशत की दर से महंगाई राहत दी जा रही है। यदि चुनाव आयोग इसमें वृद्धि की अनुमति भी दे देता है तो भी इसका लाभ छत्तीसगढ़ सरकार की सहमति के बिना नहीं मिलेगा। राज्य पुनर्गठन आयोग की धारा 49 में पेंशन से जुड़े मामले में दोनों राज्यों के बीच सहमति होना अनिवार्य है।