– रवीन्द्र भवन में हुआ गरिमामय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) ने कहा कि सार्वजनिक सम्मान और पुरस्कार (Public honors and awards) व्यक्ति को समाज में बेहतर योगदान के लिए प्रेरित करता है। उनका उत्साहवर्धन करता है। उन्होंने सभी सम्मानितों को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि वे आगे भी वंचितों और पिछड़ों की मदद के लिए बेहतर कार्य करते रहेंगे।
राज्यपाल पटेल सोमवार शाम को भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित मप्र स्थापना दिवस (MP Foundation Day) के गरिमामय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम (Honorable Prize Distribution Program) को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के 40 जिलों के दूरस्थ अंचलों का भ्रमण कर चुके हैं। भ्रमण के दौरान वे वंचित और पिछड़े वर्ग के साथ सीधा संवाद करते हैं। सरकार की योजनाओं से मिलने वाली हितग्राहियों की खुशी की अभिव्यक्ति को देख कर उन्हें गर्व और हर्ष का अनुभव होता है कि वे उस प्रदेश के राज्यपाल हैं, जिसकी सरकार पूरी ताकत से लोगों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है।
उन्होंने सरकार द्वारा जन-कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी सरकार इसी गति से कार्य करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की जन-कल्याण की योजनाएँ अंतिम कड़ी के व्यक्ति तक पहुँचाने में अधिकारियों, जन-प्रतिनिधियों और समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने राज्य के स्थापना दिवस पर होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि आयोजनों ने प्रदेश में उल्लास और उमंग का वातावरण बनाया है। राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में योगदान के लिए सम्मान और पुरस्कार की पहल प्रेरणादायी है।
प्रदेश के विकास के लिए मिलकर कदम बढ़ाएं: मुख्यमंत्री
समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए सभी मिल कर कदम बढ़ाएँ, हम प्रदेश की बेहतरी का संकल्प लें और आम इंसान को राहत देते हुए विकास के नए प्रतिमान स्थापित करें। विकास और शांति में खलल डालने वालों को छोड़ेंगे नहीं, नेस्तनाबूत करेंगे। वहीं अच्छा कार्य करने वाले निरंतर प्रोत्साहित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश अनेक क्षेत्र में देश में अव्वल है। यह क्रम आगे भी बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने सभी पुरस्कृत संस्थाओं और व्यक्तियों को बधाई दी। राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न श्रेणी में पुरस्कार प्रदान किए।
कार्यक्रम में मंच पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, मंत्री सुरेश धाकड़, मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, विधायक रामेश्वर शर्मा व कृष्णा गौर, भोपाल महापौर मालती राय और जिला पंचायत अध्यक्ष राम कुंवर गुर्जर मौजूद रहे। अतिथियों द्वारा मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह अंतर्गत भोपाल में सप्ताह भर चली विभिन्न गतिविधियों के प्रतिभागियों को भी प्रशस्ति-पत्र और ट्राफी प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जबलपुर में 5 हजार करोड़ से अधिक राशि से सड़कों का जाल बिछाने के कार्यों का शुभारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार और अन्य पुरस्कार देने का विचार काफी समय से मन में था जिसे आकर दिया गया है। यह सम्मान कार्य करने वालों के प्रति सामाजिक स्वीकृति है। यह सिर्फ प्रमाण पत्र नहीं बल्कि उनके परिश्रम का सम्मान है। उत्कृष्टता और नवाचारों को सदैव प्रोत्साहित किया जाएगा। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य यही है कि अच्छा कार्य करने वाले और नहीं करने वाले एक समान न समझे जाएँ। उत्कृष्टता का सम्मान हो। पर्यावरण के क्षेत्र में, बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में और अन्य क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले आज पुरस्कृत हुए हैं।
उन्होंने आहवान किया कि आज बिजली बचाने, पानी बचाने, नशा मुक्ति, पर्यावरण के संरक्षण, बेटियों की सुरक्षा और सम्मान बढ़ाने के लिए सभी मिल कर कार्य करें। मध्यप्रदेश को समृद्ध और गौरवशाली बनाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर और शक्तिशाली भारत के संकल्प को भी पूर्ण करें। मध्य प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में नंबर वन रहे, इसके लिए सभी सहयोग प्रदान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश स्थापना दिवस उत्सव समारोह के समापन के अवसर पर प्रदेश में लगभग आठ हजार लोगों को अलग-अलग क्षेत्रों में, जिनमें सामाजिक संगठन, बेहतर काम करने वाले कर्मचारी-अधिकारी, खिलाड़ी को आज सम्मानित और पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अद्भुत है। वन-सम्पदा, जल-सम्पदा, जन सम्पदा ,कल-कल बहने वाली गंगा मैया की तरह नदियाँ, श्री महाकाल महालोक, ओंकारेश्वर, ओरछा में रामलला, मैहर में शारदा मैया, सलकनपुर वाली मैया, तीन-तीन वर्ल्ड हेरीटेज, चित्रकूट, साँची, मण्डलेश्वर, भीमबैठका प्रदेश की धरोहर हैं। मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट, चीता स्टेट और गिद्द स्टेट है। दुनिया भर के प्रवासी पक्षी यहाँ आते हैं। यहाँ की वाइल्ड लाइफ अद्भुत और अभूतपूर्व है। अनेक विशेषताओं से भरा हुआ हमारा मध्यप्रदेश है। सचमुच में इस मध्यप्रदेश पर हमको गर्व है। प्रदेश अब तेजी से प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर है। उत्कृष्ट कार्य करने वालों को मिला यह सम्मान अन्य लोगों को और अच्छा करने की प्रेरणा देगा। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे कार्य के लिए पूरे 52 जिलों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई योजनाओं और राज्य सरकार की योजनाओं के लिए पात्र हितग्राहियों के नाम जोड़कर उन्हें लाभान्वित करने का महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। प्रदेश में 88 लाख नाम योजनाओं के लिए सामने आए हैं। पंचायतों से लेकर वार्डों तक शिविर लगे। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए मंत्रिगण, अन्य जन-प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी भी बधाई के पात्र हैं। इन्हें एक दिन स्वीकृति पत्र प्रदान करने का कार्य किया जाएगा। इसकी तिथि शीघ्र तय की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी दो तीन महीनों में अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रदेश में हो रहे हैं। इनमें खेलो इंडिया,प्रवासी भारतीय दिवस और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शामिल हैं।
बुंदेलखंड के लोक नृत्यों ने किया आनंदित
कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्कृति विभाग के सौजन्य से आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बुंदेलखंड अंचल के प्रसिद्ध बधाई लोक नृत्य की प्रस्तुति प्रतिभाशाली युवक युवतियों के दल द्वारा दी गई। इस प्रस्तुति का अतिथियों सहित सभी उपस्थित लोगों ने आनंद प्राप्त किया।
मप्र स्थापना दिवस कार्यक्रम श्रंखला में 8,693 जिला स्तरीय पुरस्कार वितरित
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम श्रंखला में सोमवार शाम को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और राज्य के मंत्रीगण, सांसद और विधायकों द्वारा सभी 52 जिलों में जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 8,693 लोगों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रमों में 40 हजार से अधिक लोग उपस्थित रहे।
भोपाल में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 100 व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान किए। मुरैना जिले में 227 और श्योपुर जिले में 151 लोगों को उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया। मंडला में 51 लोगों को, हरदा में 50 और छिंदवाड़ा में 210 लोगों को पुरस्कृत किया गया। बड़वानी में 300, इंदौर में 150, अलीराजपुर में 345, भिण्ड में 295 और रायसेन जिले में 75 लोगों को उत्कृष्ट कार्यों के लिये पुरस्कृत किया गया।
जबलपुर में 238, कटनी में 186, देवास में 70, सागर में 50, अनूपपुर में 100, पन्ना में 258, ग्वालियर में 22 और अशोकनगर में 312, राजगढ़ में 50, डिण्डोरी में 65, नीमच में 72 और बालाघाट जिले में 230 लोगों को जिला स्तरीय समारोह में पुरस्कार से सम्मानित किया।
छतरपुर जिले में 75, धार में 220, झाबुआ में 295, खरगोन में 100, बुरहानपुर में 613, सतना में 115, सिंगरौली में 397, दतिया में 111, बैतूल में 25 और नरसिंहपुर में 65 लोगों को पुरस्कृत किया गया।
नर्मदापुरम में 300, शहडोल में 102, उज्जैन में 160, रतलाम में 350, मंदसौर में 25, उमरिया में 75, दमोह में 20, टीकमगढ़ में 160, निवाड़ी में 315, रीवा में 400, सीधी में 105, गुना में 147, नीमच में 72, विदिशा में 100, सीहोर में 60 लोगों को पुरस्कृत किया गया। सिवनी में 120 लोगों को जिला स्तरीय समारोह में पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खण्डवा में 140, शाजापुर में 73, आगर-मालवा 243 और शिवपुरी जिले में 173 लोगों को उत्कृष्ट कार्य के लिए जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में पुरस्कार दिए गए। (एजेंसी, हि.स.)