भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा 4 फरवरी तक लोकायुक्त की कस्टडी में हैं. कोर्ट के आदेश पर सौरभ शर्मा और उसके 2 सहयोगियों चेतन सिंह गौड़ और शरद जायसवाल को कड़ी सुरक्षा घेरे में रखा गया है. सौरभ और उसके सहयोगियों को जो खाना दिया जा रहा है, उसे लोकायुक्त परिसर में ही बनवाया जाता है. यहां तक कि सौरभ, चेतन और शरद को खाना देने से पहले लोकायुक्त के अधिकारी खाने को चखकर चेक करते हैं, उसके बाद ही तीनों आऱोपियों को खाना दिया जाता है.
बताया जा रहा है कि सुबह की चाय के साथ ही नाश्ता दिया जा रहा है. इसके बाद लंच में दाल, सब्ज़ी, 4 रोटी और चावल दिया जा रहा है. यही मेन्यू डिनर में भी दिया जाता है. सौरभ के वकील ने उसे घर का खाना दिए जाने की मांग की थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से लोकायुक्त ने इस मांग को खारिज कर दिया.
लोकायुक्त ने तीनों आरोपियों को लोकायुक्त कार्यालय के ठीक सामने रोड के दूसरी तरफ बने कोहेफिजा थाने में रखा है. रात 10 से सुबह 8 बजे तक तीनों इसी थाने में सोते हैं. इसके बाद तीनों को लोकायुक्त कार्यालय लाकर पूछताछ की जाती है. अभी तक तीनों को अलग-अलग बैठाकर पूछताछ की जा रही है. पूछताछ की गोपनीयता बनी रहे, इसके लिए पुलिस थाने के स्टाफ को इनसे बात करने की इजाज़त नहीं है. पूछताछ का काम सिर्फ लोकायुक्त कार्यालय में ही होता है. थाने में बैरक के बाहर और थाना परिसर के बाहरी घेरे के लिए लोकायुक्त के सुरक्षाकर्मी और जिला रिज़र्व लाइन के जवानों को तैनात किया गया है