Friday, November 22"खबर जो असर करे"

नर्स पायल ने रची थी दक्ष के अपहरण की साजिश

दोस्तो के साथ मिलकर किया अपहरण, 25 लाख की फिरौती की थी योजना
बालाघाट। गत 25 अगस्त वारासिवनी के मिश्रा नगर से अपह्रत हुए बालक दक्ष गौतम की बरामदगी के बाद पुलिस ने अपहरण की घटना में संलिप्त मास्टरमाईंड मूलतः सरंडी निवासी हाल मुकाम बालाघाट नर्स लगभग 23 वर्षीय पायल उर्फ हेमलता पिता धनीराम राहंगडाले, हट्टा थाना अंतर्गत बूढ़ी निवासी 22 वर्षीय आकाश उर्फ अमन पिता सुखचंद बिसेन, 19 वर्षीय कृष्णा पिता बेगलाल पटले सहित एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है।
कंट्रोल रूप में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि चूंकि युवती, परिजनों से परिचित थी, इसलिए उसने पहले अपने साथियांे को परिवार के बारे में पूरी जानकारी देकर दोस्ताना अंदाज में बालक दक्ष के अपहरण की साजिश बनाई। जिनकी योजना थी कि बालक दक्ष का अपहरण कर उसे नागपुर ले जायेंगे, जहां से उसके परिजनो से 25 लाख रूपये बरामद करेंगे। लेकिन लगातार पुलिस के बढ़ते दबाव और सोशल मीडिया एवं मीडिया में इस खबर के आने के बाद आरोपी घबरा गये और जहां हट्टा में वह उसे छिपाने वाले थे, वहां से लेकर आरोपी बालक दक्ष को भरवेली थाने के पास छोड़ गये।
जहां से बीती रात्रि जागरूक युसुफ और प्रियंका नाम युवती के माध्यम से पुलिस ने बालक को दस्तयाब कर लिया था।
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि बड़े ही दोस्ताना तरीके से आरोपियों ने बच्चों के बीच रेसिंग का खेल, खेलने की बात कहकर अपने साथ दक्ष को मोटर सायकिल पर बिठाया, जिसके बाद वह वह धीरे-धीरे मोटर सायकिल से दक्ष को लेकर आगे बढ़ने लगे और कुछ दूरी पर जाकर बालक दक्ष का अपहरण कर फरार हो गये। रेसिंग की बात बच्चों से पूछने और जांच के दौरान भी सामने आई थी।
बताया जाता है कि युवती पायल उर्फ हेमलता राहंगडाले, वारासिवनी स्थित सुराना हॉस्पिटल में नर्स थी। जो बालाघाट से आना जाना करती थी। चूंकि एक साल पहले उसे परिजनों ने भी घर से बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद से वह अकेली थी। हालांकि पुलिस का मानना है कि जांच अभी जारी है और पूछताछ में और भी जानकारी सामने आ सकती है।
गौरतलब हो कि वारासिवनी के मिश्रा नगर से सात वर्षीय बालक दक्ष पिता ईश्वरी गौतम का दो नकाबपोश अपहरणकर्ताओं ने अपहरण कर लिया था। जिसके बाद गहन छानबीन, सिविल सोसायटी और मीडिया के सहयोग से बालक को देररात ही भरवेली के पास से दस्तयाब कर लिया था।