मुंबई। महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बीच मुंबई में सत्तारूढ़ दल के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया। शरद पवार और उद्धव ठाकरे गुट ने बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सवाल उठाए हैं।
एनसीपी (SCP) के सुप्रीमो शरद पवार ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि राज्य की ध्वस्त कानून व्यवस्था चिंता का विषय है। मुंबई में पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी पर गोलीबारी दुखद है। इसकी न सिर्फ जांच होनी चाहिए, बल्कि जिम्मेदारी स्वीकार कर सरकार के पद से हटना भी चाहिए। बाबा सिद्दीकी को भावभीनी श्रद्धांजलि। उनके परिवार के प्रति संवेदना।
मुंबई में कानून व्यवस्था कहां है : प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बाबा सिद्दीकी के बारे में यह दर्दनाक घटना सामने आई है, जो पूर्व मंत्री रहे हैं, 3 बार विधायक रहे हैं, जिनके पास वाई श्रेणी की सुरक्षा थी, उन्हें मुंबई के बांद्रा जैसे इलाके में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के जरिए दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। सवाल यह उठ रहा है कि आज मुंबई में कानून व्यवस्था कहां है? अगर किसी संरक्षित व्यक्ति की इस तरह से हत्या की जाती है तो सवाल यह उठता है कि आम लोग खुद को कितना सुरक्षित महसूस करेंगे।
आदित्य ठाकरे ने भी उठाए सवाल
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या चौंकाने वाली है। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके परिवार व दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। यह दुखद रूप से महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है। प्रशासन, कानून और व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
सत्तारूढ़ दल के नेता भी सुरक्षित नहीं : सुप्रिया सुले
एनसीपी (SCP) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि चौंकाने वाली खबर। बाबा सिद्दीकी नहीं रहे। कथित तौर पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। सत्तारूढ़ सरकार के गठबंधन का एक सदस्य असुरक्षित है और उसकी हत्या कर दी जाती है, वह भी मुंबई में, यह महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति के बारे में बहुत कुछ बताता है।
शिवसेना (UBT) के नेता ने सरकार पर साधा निशाना
शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि अगर मुंबई में पूर्व विधायक और सरकार के नेता सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोगों की सुरक्षा यह सरकार कैसे करेगी? अगर सरकार अपने विधायकों और पूर्व मंत्रियों को सुरक्षित नहीं रख सकती है तो गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।