कोलकाता। पश्चिम बंगाल में दोपहर से लेकर शाम तक मशहूर अर्थशास्त्री और नोबेल विजेता अमर्त्य सेन के निधन की खबरें फैल गई थीं। हालांकि बाद में पता चला कि यह केवल अफवाह थी और अमर्त्य सेन सही सलामत हैं। उनकी बेटी नंदना देब सेन ने मौत की खबर का खंडन किया और कहा कि वो पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।
दरअसल, अर्थशास्त्र में इस बार की नोबेल पुरस्कार विजेता क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से बने अनवेरिफाइड अकाउंट से मंगलवार शाम करीब पांच बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया गया कि अमर्त्य सेन का कुछ मिनट पहले निधन हो गया है।
इसी पोस्ट का हवाला देते हुए भारत की एक न्यूज़ एजेंसी ने भी मौत की जानकारी दी। जैसे ही ये अफवाह फैली सोशल मीडिया पर अमर्त्य सेन की मौत पर दुख जताने वालों का भी तांता लग गया था। जानकारी मिलते ही बेटी नंदना देब सेन ने इसका खंडन किया। इसके बाद उस न्यूज एजेंसी को भी पोस्ट हटाना पड़ा। यह वही न्यूज़ एजेंसी है जो भारत चीन विवाद में चीन का फर्जी दावे का पक्ष रखकर देश को गुमराह कर रही थी।
नंदना देब सेन ने पिता अमर्त्य सेन के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा कि दोस्तों आपकी चिंता के लिए धन्यवाद लेकिन फेक खबर थी। बाबा (पिता) पूरी तरह से स्वस्थ हैं। हमने कैम्ब्रिज के परिवार के साथ बहुत अच्छा हफ्ता बिताया। उनका (सेन) आखिरी रात में बॉय कहते हुए हग करना हमेशा की तरह मजबूत था। वो हॉर्वड में हर हफ्ते दो कोर्स पढ़ा रहे हैं। जेंडर वाली अपनी बुक पर काम कर रहे हैं- वो हमेशा की तरह व्यस्त हैं।
उल्लेखनीय है कि कोलकाता में 1933 में अमर्त्य सेन मशहूर अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने शांतिनिकेतन, प्रेसीडेंसी कॉलेज और कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से पढ़ाई की है। वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्राध्यापक रहे। इसके अलावा, वह जादवपुर विश्वविद्यालय, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी पढ़ाया है।