नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने वित्तीय अपराधों (financial crimes), धन शोधन (money laundering) से निपटने और क्रिप्टो मुद्राओं (crypto currencies) सहित विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए वैश्विक ढांचे को और मजबूत बनाने पर जोर दिया।
वित्त मंत्री ने रविवार को कर चोरी, भ्रष्टाचार और धन शोधन से निपटने पर जी-20 की उच्च स्तरीय कर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही। सीतारमण ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भरोसा जताया कि जी-20 कानून प्रवर्तन क्षमता को बढ़ाने में विभिन्न देशों की सहायता जारी रखेगा।
सीतारमण ने शहरों में बुनियादी ढांचे के सतत विकास को बढ़ावा देने, निजी निवेश को आकर्षित करने और वित्त पोषण के अंतर को कम करने की जरूरत पर जोर दिया। वित्त मंत्री ने जी-20 अवसंरचना निवेश संवाद को संबोधित करते हुए कहा कि प्रमुख बाजारों में मौद्रिक नीति सख्त होने के कारण बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के संबंध में हालात और भी चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जी-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की तीसरी बैठक से इतर एआईआईबी के अध्यक्ष जिन लिकुन से मुलाकात की और वर्तमान वैश्विक विकासात्मक चुनौतियों से निपटने में एआईआईबी सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) की भूमिका पर चर्चा की। गौरतलब है कि एफएमसीबीजी की तीसरी बैठक सोमवार से गांधीनगर में आयोजित होने वाली है।