Friday, September 20"खबर जो असर करे"

MP weather: जबलपुर समेत चार जिलों में हुई तेज बारिश, कई जगह गिरे ओले

भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में दो दिन से मौसम का मिजाज (weather patterns) बदला हुआ है। शनिवार की रात सिवनी-बालाघाट में जमकर बारिश हुई थी, तो वहीं रविवार को जबलपुर (Jabalpur), छिंदवाड़ा (Chhindwara), बैतूल (Betul) और सिवनी (Seoni) जिले में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और कई जगह ओले भी गिरे। मौसम विभाग ने अगले दो दिन यानी 19 मार्च तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई है।

मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश भी हो रही है। इसी क्रम में रविवार को बारासिवनी में 14.3, बालाघाट में 9.8, सिवनी में 6.6, मलाजखंड में 5.6, छिंदवाड़ा में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। वहीं, बैतूल और सिवनी जिले में कई जगह ओले भी गिरे।

बैतूल और जबलपुर में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक वर्षा हुई। इस दौरान बैतूल में ओले भी गिरे। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अगले 24 घंटे में जबलपुर, शहडोल, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। अनूपपुर, डिंडौरी, पांढुर्ना, सिवनी, मंडला एवं बालाघाट जिले में ओले गिरने भी आशंका है। राजधानी में भी गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी विदर्भ से लेकर मराठवाड़ा एवं कर्नाटक होते हुए उत्तरी केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसके कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से नमी आ रही है। इसके अतिरिक्त बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र प्रति चक्रवात बना हुआ है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से भी काफी नमी आ रही है।

वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग मौसम प्रणालियों के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में नमी आ रही है। इस वजह से गरज-चमक के साथ रुक-रुककर वर्षा हो रही है। सोमवार को भी जबलपुर, शहडोल के साथ नर्मदापुरम, सागर एवं भोपाल संभाग के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। सिवनी, डिंडौरी, पांढुर्ना, बालाघाट, अनूपपुर और मंडला जिले में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज 19 मार्च तक बना रह सकता है। इस दौरान पूवीं मध्य प्रदेश में अधिकतम तापमान में काफी गिरावट होगी, जबकि रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।