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मप्रः 20 जनवरी तक सुबह 10 बजे के बाद संचालित होंगे स्कूल

– शीत लहर को देखते हुए स्कूलों के समय में परिवर्तन, आदेश जारी

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार राज्य शासन ने स्कूलों के संचालन समय में परिवर्तन कर दिया है। इस संबंध में सोमवार देर शाम आदेश जारी किए गए हैं। जारी आदेशानुसार आगामी 20 जनवरी तक के लिए स्कूल खुलने की नई समय-सीमा निर्धारित की गई है।

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ऐसे समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय, जो जल्दी सुबह से संचालित होते हैं, वे प्रात: 10 बजे से संचालित होंगे। दो पालियों में संचालित होने वाले शासकीय एवं अशासकीय स्कूल भी प्रात: 10 बजे से ही संचालित होंगे। ऐसे विद्यालय, जो प्रात: 10:30 से संचालित होते हैं, वे यथावत निर्धारित समय-सारणी अनुसार संचालित होंगे।

जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि कक्षा 6 से 12वीं तक की कक्षाओं की पूर्व निर्धारित परीक्षाओं का संचालन निर्धारित समय-सारणी अनुसार होगा। आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावशील हो गया है।

मुख्यमंत्री ने दिए स्कूलों का समय सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक करने के निर्देश

इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विकास कार्यों की जानकारी जनप्रतिनिधियों के ध्यान में रहे। सभी विभागों के अधिकारी विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी जन प्रतिनिधियों को दें। निर्माणाधीन विकास कार्यों को समय-सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि जारी शीत ऋतु को देखते हुए प्रदेश में स्कूलों का समय सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक किया जाएं। रोजगार और उद्योगों को प्रोत्साहन देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इस दिशा में बेहतर कार्य हो।

मुख्यमंत्री डॉ यादव सोमवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में भोपाल संभाग के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएम राइज स्कूलों का गुणवत्तापूर्ण समय-सीमा में निर्माण पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज की फसलों को प्रोत्साहित करने के हों। उन्होंने कहा कि भोपाल जिले में ओडीएफ के क्षेत्र में अच्छा कार्य हुआ है। जो ग्राम ओडीएफसे छूट गए हैं उन्हें भी चिन्हित कर ओडीएफ करने का प्रयास करें। प्रधानमंत्री आवास योजना एवं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, के शेष कार्य समय पर पूरे हों।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि विकास कार्यों के लोकार्पण, भूमिपूजन एवं शिलान्यास के लिए स्वस्थ वातावरण निर्मित हो। बिजली संबंधी समस्याओं और शिकायतों को त्वरित हल किया जाए। जनता की संतुष्टि के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाए।

उन्होंने कहा कि रोजगार परक विभाग विशेष ध्यान देकर विकास और रोजगार बढ़ाने के प्रयास करें। शैक्षणिक संस्थान और उद्योगों को बढ़ावा दिया जाए। स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाए जाएं। जिले के परम्परागत उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए। जिलों में गौशालाएं अच्छी बनें। सड़कों पर गाय नहीं आएं, ऐसे प्रयास हों।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमांत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत बेहतर कार्य हो। बैठक में राजस्व, पंचायत, एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास, स्कूल शिक्षा, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, जल संसाधन, पीएचई सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा की गई।

बैठक में खेल एवं युवक कल्याण एवं सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कृष्णा गौर, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गौतम टेटवाल, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विभाग राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार नारायण सिंह पंवार, सांसद रोडमल नागर, विधायकगण, जनप्रतिनिधि मुख्य सचिव वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना एवं वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।