Friday, November 22"खबर जो असर करे"

मप्रः मुख्यमंत्री शिवराज की आत्मीयता से अभिभूत हुए पार्टी कार्यकर्ता

– रानी कमलापति स्टेशन पर विदाई के भावुक क्षण

भोपाल (Bhopal)। “मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है।” अक्सर एक फिल्मी गीत का यह अंश अपने संबोधन में कहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथियों के सम्मान में कोई कमी नहीं रखी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन सुनने और सम्मेलन में भागीदारी के लिए भोपाल आए विभिन्न राज्यों के कार्यकर्ताओं को वापसी यात्रा पर उस समय सुखद आश्चर्य हुआ जब मुख्यमंत्री चौहान उन्हें विदा करने के लिए रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुँचे। तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और अन्य कई राज्यों के कार्यकर्ता भोपाल से वापसी के क्षण में काफी भावुक हो गए।

दरअसल, भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा के ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ विषय पर आयोजित कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में देशभर से चुने गए तीन हजार कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। शाम को अन्य राज्यों से आए पार्टी कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री चौहान ने विदाई दी। इस मौके पर उन्होंने अनेक कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की, उनसे हाथ मिलाया और उनके कंधे पर हाथ रख कर कहा “फिर मध्यप्रदेश आना।” इस आत्मीयता से अभिभूत कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद दिया और उनके साथ सेल्फी भी ली।

भाजपा अध्यक्ष नड्डा को मुख्यमंत्री शिवराज ने दी भावभीनी विदाई
राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिवसीय भोपाल प्रवास के बाद मंगलवार शाम को नई दिल्ली के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजा भोज विमानतल पर भाजपा अध्यक्ष नड्डा भोपाल से वापस नई दिल्ली रवाना होने पर भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और अन्य कई जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

दो नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात के लिए प्रधानमंत्री का जताया आभार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश को प्रदान की गई दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका आभार माना है। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने ट्वीट में लिखा कि – “भोपाल-जबलपुर और भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस प्रारंभ करना, मध्यप्रदेश के विकास का एक और सोपान है। देश की विकास यात्रा में पूरा भारत प्रधानमंत्री मोदी का सहयात्री है। वंदे भारत एक्सप्रेस नए भारत के सपनों को नई गति देगी।”