Friday, November 22"खबर जो असर करे"

केन्द्रीय मंत्री शेखावत से मिले मप्र के मंत्री सिलावट, तालाबों के पुनरुद्धार को मांगा विशेष पैकेज

-विशेष पैकेज अंतर्गत 150 करोड़ रुपये आवंटित करने का अनुरोध

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट (Water Resources Minister Tulsiram Silavat) ने शनिवार को नई दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Central Jal Shakti Minister Gajendra Singh Shekhawat) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के पांच हजार से अधिक मध्यम और लघु तालाबों का जीर्णोद्धार कराने के लिए केंद्र सरकार से विशेष पैकेज देने की मांग रखी। जल संसाधन मंत्री सिलावट ने ईआरसी चंबल-पार्वती-काली सिंध परियोजना के लिए राजस्थान सरकार के साथ एमओयू साइन होने पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री का आभार व्यक्त कर केन बेतवा लिंक परियोजना के संबंध में भी चर्चा की।

उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग के अधीन लगभग 5,800 बड़े, छोटे एवं मझौले तालाबों का निर्माण कर 41.80 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई क्षमता निर्मित की जा चुकी है। इसमें बढ़ोतरी कर 53 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई क्षमता विकसित करने का लक्ष्य है।

जल संसाधन मंत्री सिलावट ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत को बताया कि प्रदेश में निर्मित कई तालाब वर्षों पुराने हैं। इनमें सुधार व मरम्मत की आवश्यकता है। साथ ही तालाबों में जल के साथ आ रही गाद जमा होने से इनकी जलभराव क्षमता में भी कमी आती है। कई तालाब नगरीय क्षेत्र में आ जाने से इनका सौंदर्यीकरण कर इनके आसपास वृक्षारोपण कर इन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है। इसके लिये विभाग द्वारा योजना तैयार की जा रही है। इसमें लगभग 150 करोड़ रुपये का व्यय संभावित है। सिलावट ने केन्द्रीय मंत्री से योजना के क्रियान्वयन के लिये 150 करोड़ रुपये आवंटित करने का अनुरोध किया।

मंत्री ने जल संसाधन विभाग की नहरों के सुदृढ़ीकरण के साथ उन्हें और अधिक व्यवस्थित करने के लिए केंद्र सरकार की पॉलिसी आरआरआर (ट्रिपल आर) के अनुसार स्वीकृति प्रदान कर राशि आवंटन की मांग भी केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखी। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने सभी विषयों पर शीघ्र कार्यवाही कराने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए।