Saturday, September 21"खबर जो असर करे"

मप्र में अब हर कोरोना पॉजिटिव सैंपल की होगी जीनोम सिक्वेंसिंग

– चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने किया स्टेट वायरोलॉजी लेबोरेटरी का निरीक्षण, कोरोना सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की जानकारी ली

भोपाल। कोरोना वायरस (corona virus) के नये वेरिएंट बीएफ.7 (New Variant BF.7) की आहट से पहले ही मध्य प्रदेश सरकार एक्टिव मोड (Madhya Pradesh Government Active Mode) में आ चुकी है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Medical Education Minister Vishwas Kailash Sarang) ने शुक्रवार को भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज स्थित स्टेट वायरोलॉजी लेबोरेटरी में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का निरीक्षण किया।

उन्होंने बताया कि जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए मशीन पूर्ण रूप से इंस्टाल की जा चुकी है। इसमें एक बार में 96 पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा सकेगी। उन्होंने जीनोम सिक्वेंसिंग के संबंध में सभी व्यवस्थाएँ चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिये।

जीनोम सिक्वेंसिंग से नये वेरिएंट की हो सकेगी पहचान
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को कोरोना के सभी पॉजिटिव मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग के निर्देश दिये गये हैं। अभी भोपाल के एम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही थी। अब भोपाल के गांधी चिकित्सा महाविद्यालय सहित इंदौर और ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज में भी जीनोम सिक्वेंसिंग मशीनों की स्थापना की जा चुकी है। जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन के संचालन के लिए विशेषज्ञों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।

ऑक्सीजन प्लांट में पीरियाडिक कैलेंडर के अनुसार हर माह किया जा रहा मॉक ड्रिल
सारंग ने बताया कि कोरोना की सटीक जाँच एवं उपचार के लिए राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही तैयारियाँ कर ली गई हैं। मध्य प्रदेश के सभी ऑक्सीजन प्लांट चालू एवं पूरी क्षमता के साथ सक्रिय हैं। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट सुचारू रूप से संचालित हों, इसके लिए पीरियाडिक कैलेंडर बनाया गया है। इसके अनुसार हर माह ऑक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 43 हजार बिस्तर उपलब्ध हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो भी निर्देश प्राप्त होंगे, उनका पूरी तरह पालन किया जायेगा।

मध्य प्रदेश में कोरोना के केवल 4 एक्टिव मरीज
मंत्री सारंग ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के केवल 4 एक्टिव केस हैं। पिछले 3 दिनों से एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। सभी पॉजिटिव मरीज होम आइसोलेशन में हैं।

वैक्सीनेशन में मध्यप्रदेश ने किया सबसे अच्छा प्रदर्शन
उन्होंने वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर कहा कि केंद्र सरकार की ओर से राज्य को पर्याप्त मात्रा में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई गई। मध्य प्रदेश ने टीकाकरण में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।

क्या है जीनोम सिक्वेंसिंग
जीनोम सिक्वेंसिंग किसी वायरस का बायोडाटा होता है। वायरस कैसा है, किस तरह दिखता है, इसकी जानकारी जीनोम से मिलती है। इसी वायरस के विशाल समूह को जीनोम कहा जाता है। वायरस के बारे में जानने की विधि को जीनोम सिक्वेंसिंग कहते हैं।

निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद राय, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आशीष गोहिया, वायरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. दीप्ति चौरसिया उपस्थित रहे। (एजेंसी, हि.स.)