भोपाल (Bhopal)। एक जिला एक उत्पाद (One district one product.) प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम (पीएमईएफएमई) (Prime Minister Micro Food Enterprises (PMEFME) अंतर्गत मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुराहनपुर जिले (Burhanpur district) को केला प्रसंस्करण (Banana processing) में विशेष कार्य करने के लिए “आत्मनिर्भर भारत उत्सव 2024” के अंतर्गत “नेशनल ओडीओपी अवार्ड सेरेमनी फॉर 2023″ से सम्मानित किया गया है। यह जानकारी बुधवार को जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने दी।
उन्होंने बताया कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के वन डिस्टिक प्रोडक्ट ओडीओपी प्रोग्राम अन्तर्गत देश के सभी जिलों से नामांकन प्राप्त किए गए थे, जिनमें से 08 जिलों को चयनित किया गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमइफएमई) अन्तर्गत जिला बुरहानपुर को केले के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन, ट्रेनिग, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग एंड ब्रांडिंग एवं निर्यात के आधार पर विशेष कार्य किए जाने पर उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा बुधवार को ‘नेशनल ओडीओपी अवार्ड सेरेमनी फॉर 2023” दिया गया। यह सम्मान जिले की ओर से बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल ने प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, मध्यप्रदेश के मार्गदर्शन में बुरहानपुर ने विगत वर्ष में ओडीओपी में केला उत्पादन में सराहनीय कार्य किया है। पोस्ट हार्वेस्ट प्रबंधन अंतर्गत वृद्धि कर केले के 26 राइपनिंग पैम्बर का निर्माण किया गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना अन्तर्गत 25 इकाई स्थापित की गई, जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के चिप्स, केला पाउडर, केला स्टिक एवं केला सेव बनाये जा रहे हैं, जिनका राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में विक्रय किया जा रहा है। इराक, ईरान, दुबई एवं तुर्की में 25,000 मेट्रिक टन कच्चे केले का निर्यात किया गया।
केले में उच्च तकनीकी प्रशिक्षण से केले के उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है। साथ ही केले के तने एवं पत्तों का उपयोग उप-उत्पाद से द्वितीय उद्योग (हस्तशिल्प उत्पाद जैसे इन पेन, जैविक खाद इत्यादि) को बढ़ावा मिला, जिससे आय में वृद्धि हुई है। जिले का राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम हुआ है। एक जिला-एक उत्पाद के अन्तर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमइफएमई) से युवा प्रोत्साहित हो रहे है। प्रदेश में रोजगार सृजन ही रहा है।