रबात। मोरक्को में 8 सितंबर को आए भीषण भूकंप में अबतक 2,900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं एक शादी समारोह में शामिल होने के कारण बड़ी संख्या में ग्रामीणों की जान बच गई है। गांव के सभी लोग जिंदा बच गए, जबकि उनके घर पूरी तरह तबाह हो गए थे। मोरक्को में आए भीषण भूकंप के बाद से दुनिया भर से मदद पहुंच रही है। कई देशों ने राहत दल को मोरक्को भेजा है।
जानकारी के मुताबिक मोरक्को के इघिल नतालघौमट गांव के सभी लोग एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। इसी दौरान 6.8 तीव्रता का तेज भूकंप आने से हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी। सेब की खेती करने वाले मोहम्मद बौदाद (30) की शादी 9 सितंबर को हबीबा अजिदर (22) से होनी थी, लेकिन रीति-रिवाज के अनुसार दुल्हन के परिवार ने 8 सितंबर को पार्टी रखी थी। भूकंप आने से पहले लोग संगीत का आनंद ले रहे थे। अचानक भूकंप आने से लोगों की चीख-पुकार मच गई।
बदौद भूकंप के चार दिन बाद भी अपनी शादी के कपड़े पहने हुए थे। वे कहते हैं, हम अपनी शादी का जश्न मनाना चाहते थे, लेकिन तभी भूकंप आ गया और हमारी सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। दुल्हन के पिता मोहम्मद अजदिर (54) ने अपने घर के आंगन में एक बड़ा तंबू लगाया था, ताकि मेहमान पार्टी का अच्छी तरह से आनंद ले सकें। भूकंप के बाद उस तंबू का उपयोग ग्रामीणों के लिए आश्रय के रूप में किया जा रहा है।
इघिल नतालघौमट के नजदीक स्थित टिकख्ते गांव भूकंप से पूरी तरह से तबाह हो गया है। यहां की 400 आबादी में से 68 लोगों की भूकंप से मौत हो गई।
गौरतलब है कि 8 सितंबर को आया भूकंप 1960 के बाद मोरक्को में आया सबसे विनाशकारी भूकंप था। इसमें अब तक 2900 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा नुकसान माराकेच के दक्षिण में स्थित हाई एटलस पर्वत की घाटी में बसे गांवों को पहुंचा है। (हि.स.)