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दिल्‍ली में मिला मंकीपॉक्स का चौथा मामला, नाइजीरियाई महिला निकली संक्रमित

नई दिल्‍ली । देश में मंकीपॉक्स (monkeypox) के केसों से चिंता बढ़ने लगी है. केरल के बाद अब दिल्ली (Delhi) में मंकीपॉक्स के सबसे ज्यादा मामले (case) सामने आ रहे हैं. यहां बुधवार को मंकीपॉक्स का एक और मामला सामने आया है. इस बार 31 साल की एक नाइजीरियन युवती (nigerian girl) की रिपोर्ट पॉजिटिव (positive) पाई गई है.

यह दिल्ली में मंकीपॉक्स का चौथा मामला है. देश में अब तक कुल नौ लोग पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, इनमें केरल में 5 केस सामने आए हैं. दिल्ली में मंकीपॉक्स से संक्रमित होने वाला तीसरा व्यक्ति भी नाइजीरिया का था. जानकारी के मुताबिक 35 वर्षीय यह युवक दिल्ली में ही रहता है. यह हाल में कहीं भी विदेश यात्रा पर नहीं गया था.

देश में पहली बार कोई महिला मंकीपॉक्स से संक्रमित
जानकारी के मुताबिक देश में मंकीपॉक्स से पॉजिटिव होने वाली पहली महिला है. सूत्रों ने कहा कि महिला को बुखार और त्वचा पर बड़े दाने थे, जिसके बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था. इसके बाद उसके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए. इसके बाद बुधवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई.

सूत्रों ने कहा कि हाल ही में उनके विदेश यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है. मालूम हो कि दिल्ली में मंकीपॉक्स के पहले मरीज को सोमवार को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.

दिल्ली के निजी अस्पतालों में भी होगा इलाज
दिल्ली में अभी तक मंकीपॉक्स से संक्रमितों का इलाज लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में किया जा रहा है, लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने तीन प्राइवेट अस्पतालों को भी मंकीपॉक्स के इलाज के लिए निर्देश दे दिए हैं.

नॉर्थ दिल्ली के MD सिटी हॉस्पिटल, ईस्ट दिल्ली के कैलाश दीपक हॉस्पिटल और साउथ दिल्ली के बत्रा हॉस्पिटल को आइसोलेशन रूम बनाने के लिए कहा गया है. आदेश के मुताबिक हर अस्पताल को 5 रूम सस्पेक्ट मंकीपॉक्स केस के लिए और 5 रूम कन्फर्म मंकीपॉक्स केस के लिए तैयार करने होंगे.

मालूम हो कि LNJP अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में फिलहाल 10 बेड्स की व्यवस्था की गई है. अस्पताल में 20 डॉक्टर्स की टीम तैनात हैं, जिसमें स्किन स्पेशलिट, फिजिशियन, माइक्रो बायोलॉजी के साथ-साथ नर्सिंग स्टॉफ, हेल्थ वर्कर्स शामिल हैं.

देश में मंकीपॉक्स से हो चुकी है पहली मौत
भारत में 1 अगस्त को मंकीपॉक्स की वजह से पहली मौत की पुष्टि हुई थी. केरल में 22 साल का युवक UAE से लौटा था. इसके बाद उसमे मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए, जिसके बाद 30 जुलाई को उसकी मौत हो गई थी. बाद में जब उसका सैंपल जांच के लिए NIV पुणे भेजा गया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इससे पहले केरल में मिले मंकीपॉक्स के तीन मरीज पूरी तरह ठीक हो चुका हैं, ये भी मिडिल ईस्ट से आए थे.