– नीति गत ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने पर महंगे होंगे बैंक लोन
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की अगली बैठक आज से शुरू होने वाली है। ये बैठक 5 अगस्त यानी इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन तक चलेगी। बैठक के बाद शुक्रवार को ही आरबीआई अपनी मौद्रिक नीति का ऐलान करेगी। मौद्रिक नीति समिति की बैठक में एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी (hike in repo rate) करने का फैसला लिया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो बैंकों के तमाम लोन भी महंगे हो जाएंगे जिससे होम और कार लोन जैसे लोन इंस्ट्रूमेंट्स की ईएमआई भी बढ़ जाएगी।
उम्मीद जताई जा रही है कि मौद्रिक नीति समिति नीतिगत ब्याज दरों खासकर रेपो रेट में 25 से लेकर 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करने का ऐलान कर सकती है। ऐसा होने पर रेपो रेट की दर में 0.25 से लेकर 0.50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। पिछली बार नीतिगत दरों में की गई बढ़ोतरी के बाद फिलहाल रेपो रेट 4.90 प्रतिशत है, जिसके इस बार बढ़कर 5.15 से लेकर 5.40 प्रतिशत तक पहुंच जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
जानकारों का कहना है कि महंगाई पर काबू पाना फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इस कारण 5 तारीख को ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना तो तय माना ही जा रहा है, कहा जा रहा है कि अक्टूबर महीने में होने वाली मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक में भी एक बार फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया जा सकता है, ताकि महंगाई पर अंकुश लगाया जा सके।
लगातार बढ़ रही महंगाई पर काबू पाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल दो बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। सबसे पहले मई के महीने में रेपो रेट की दर में 0.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी, जबकि उसके अगले ही महीने जून में रेपो रेट में रिजर्व बैंक में दोबारा 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी। इस वजह से रेपो रेट बढ़कर 4.90 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है। (एजेंसी, हि.स.)