Saturday, September 21"खबर जो असर करे"

कोरोना की संभावनाओं को लेकर जिला चिकित्सालय में हुई मॉकड्रिल

– स्वास्थ्य विभाग ने 23 कोविड आईसीयू बैड तथा 401 ऑक्सीजन बैड के साथ व्यवस्थाओं को बताया पूर्ण
मुरैना। कोरोना की चौथी लहर की संभावनाओं को देखते हुये जिला चिकित्सालय में व्यवस्थाओं को लेकर मोकड्रिल की। स्वास्थ्य विभाग ने जिला चिकित्सालय में आईसीयू तथा ऑक्सीजन बैड की पर्याप्त संख्या बताते हुये सभी व्यवस्थाओं को सही बताया। वहीं कोरोना की पहली लहर से तीसरी लहर तक मरीजों का बेखौफ इलाज करने वाले चिकित्सक डा. योगेश तिवारी ने आम जनता से अपील की है कि आमजन कोरोना नियमों का पालन अवश्य करते हुये स्वयं को सुरक्षित रखें। आज सुबह सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के साथ-साथ कोरोना इलाज की व्यवस्थाओं का जायजा मुरैना के जिला चिकित्सालय में भी मॉकड्रिल के माध्यम से लिया गया। एम्बुलेंस के द्वारा जिला चिकित्सालय के कोविड आईसीयू द्वार तक मरीज को लाया गया। पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा इस मरीज को बैड तक तेज गति से ले जाया गया। वहीं चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ ने सभी उपकरणों के माध्यम से इलाज शुरू कर दिया। कोरोना मरीज के अस्पताल में  इलाज के लिये दाखिल तथा तेज गति से उपचार दिये जाने की आयोजित गतिविधि से जिला चिकित्सालय प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग संतुष्ट दिखाई दिया। जिला अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन, बैल्टीनेटर, दवायें, मास्क, पीपी किट्स, पैरामेडिकल स्टाफ तथा चिकित्सकों की व्यवस्था को पर्याप्त बताया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. राकेश शर्मा ने बताया कि मुरैना में दो कोविड आईसीयू के 23 बैड चिकित्सा के सभी उपकरणों सहित तैयार हैं। वहीं 15 बैल्टीनेटर एवं ऑक्सीजन के 401 बैड पूर्णरूपेण व्यवस्थित किये जा चुके हैं। पैरामेडिकल स्टाफ के कार्य करने की गति व तरीकों का भी अवलोकन किया गया है। बैल्टीनेटर के माध्यम से शरीर को उपयोगी ऑक्सीजन की भी जांच की गई। डा. शर्मा ने यह विश्वास जताया कि कोविड के चौथी लहर की संभावनाओं को देखते हुये सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। वहीं कोविड से आमजन को सुरक्षित रखने के लिये डा. योगेश तिवारी ने अपील करते हुये कहा कि कोरोना संभावनाओं के चलते अभी से नियमों पालन किया जाना चाहिए। आमजन सेनेटाइजर, मास्क का उपयोग करें। भीड़भाड़् के क्षेत्र में न जायें, दूरी बनाकर रखें, संदिग्ध स्थिति होने पर जांच अवश्य कराई जाये, संक्रमित होने की जानकारी को छिपाये नहीं। इलाज के लिये जिला चिकित्सालय सहित जिले के अन्य चिकित्सालय में स्वंय को दाखिल कराकर संक्रमण से सुरक्षित स्वयं परिजनों को रखने का कार्य करें।