Friday, September 20"खबर जो असर करे"

मिताली राज ने क्रिकेट में वापसी के दिए संकेत

नई दिल्ली। भारतीय दिग्गज महिला क्रिकेटर (Indian legendary female cricketer) मिताली राज (Mithali Raj) ने क्रिकेट में वापसी (return signal to cricket) के संकेत दिए हैं। मिताली ने कहा है कि वह उद्घाटन महिला आईपीएल (Women’s IPL) में खेलने के लिए संन्यास से बाहर आने पर विचार कर सकती हैं।

आईसीसी के नए पॉडकास्ट, 100% क्रिकेट के पहले एपिसोड में मिताली ने इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर ईसा गुहा और न्यूजीलैंड की ऑफ स्पिनर फ्रेंकी मैके के साथ एक स्पष्ट और मनोरंजक चैट के दौरान संन्यास से वापस आने के संकेत दिये। बहुप्रतीक्षित महिला आईपीएल का उद्घाटन संस्करण अगले साल शुरू होने की उम्मीद है।

मिताली ने कहा,”मैं उस विकल्प को खुला रख रही हूं। मैंने अभी तक फैसला नहीं किया है। महिला आईपीएल होने में कुछ और महीने बाकी हैं। महिला आईपीएल के पहले संस्करण का हिस्सा बनना शानदार होगा।”

राज ने पिछले महीने 23 साल के शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर पर विराम लगा दिया। उन्होंने पॉडकास्ट पर खुलासा किया कि उनका जीवन वास्तव में उतना धीमा नहीं था जितना उन्होंने उम्मीद की थी।

उन्होंने कहा, “मैंने सोचा था कि संन्यास लेने पर मेरी जीवन शैली धीमी हो जाएगी, इस अर्थ में कि मुझे अपने दिन, सप्ताह या अगली श्रृंखला की योजना बनाने की ज़रूरत नहीं है। अपने संन्यास की घोषणा के बाद, मैं कोविड संक्रमित हो गई थी, और जब मैं इससे उबर गई हूं। अब मैं अपने जीवन पर बनी फिल्म शाबाश मितू के प्रचार कार्यक्रमों में शामिल हो रही हूं।”

मिताली ने विस्फोटक बल्लेबाज शैफाली वर्मा की तारीफ करते हुए कहा,”मैं उनके खेल की बहुत बड़ी प्रशंसक रही हूं। मैंने देखा है कि वह एक ऐसी खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए किसी भी आक्रमण और किसी भी टीम के खिलाफ अकेले दम पर मैच जीताने की क्षमता रखती हैं। वह उन खिलाड़ियों में से एक हैं जो आपको शायद पीढ़ी में एक बार देखने को मिलती हैं।”

मिताली ने कहा, “जब मैंने शैफाली को एक घरेलू मैच में देखा था, जब वह भारतीय रेलवे के खिलाफ खेल रहीं थी, उसने उस मैच में अर्धशतक बनाया था, लेकिन मुझे उनमें एक ऐसी खिलाड़ी की झलक दिखाई दे रही थी, जो अपनी पारी से पूरे मैच को बदल सकती थी। और जब वह चैलेंजर ट्रॉफी के पहले संस्करण में वेलोसिटी के लिए खेली, तो मैंने देखा कि उसके पास वह क्षमता और शक्ति है जो आपको उस उम्र में छक्का मारने के लिए शायद ही कभी देखने को मिलती है।” (एजेंसी, हि.स.)