देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून के चकराता रोड स्थित दून स्कूल परिसर क्षेत्र में ध्वस्त मजार का दोबारा निर्माण करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में सोशल मीडिया में चल रहे विरोध के बाद कैंट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
बिंदाल चौकी इंचार्ज रजनीश सैनी की ओर से यह केस सोमवार को दर्ज किया गया है। मुकदमे में शामिल किया गया है कि दून स्कूल परिसर में 60-70 साल पुरानी मजार ध्वस्त हो गई थी। यह क्षेत्र रोड चौड़ीकरण की जद में आ गया।
इसके बाद अज्ञात ठेकेदार ने मजार का पुनर्निर्माण शुरू किया। जब यह मामला प्रकाश में आया तो प्रशासनिक टीम ने मजार निर्माण को ध्वस्त कर दिया। स्थानीय निवासियों ने इस निर्माण को लेकर कड़ा विरोध किया।
प्रशासनिक जांच में पाया गया कि यह निर्माण लोक मार्ग, लोक पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अनाधिकृत धार्मिक संरचनाओं को हटाने संबंधी नीति 2016 का उल्लंघन है। गढ़ी कैंट कोतवाली पुलिस ने अज्ञात ठेकेदार के खिलाफ धारा तीन लोक संपत्ति नुकसान निवारक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार यह अवैध निर्माण सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास प्रतीत होता है। बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।