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महाकुम्भ : मेला क्षेत्र में 36 दिन में 9 बार लगी आग, फायर विभाग की मुस्तैदी से नहीं हुई कोई जनहानि

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ मेले (Mahakumbh fair) में एक बार फिर आग लगने (Catch fire) की घटना सामने आई है। मेला के सेक्टर 8 में एक शिविर में आग लग गई, जिसमें कई टेंट जलकर स्वाहा हो गए। बता दें, प्रयागराज महाकुम्भ (Prayagraj Mahakumbh) का आज 36वां दिन है। मेले की शुरूआत से लेकर अब तक मेला क्षेत्र में नौ बार आग लगने की घटनाएं (Nine incidents of fire) सामने आई हें। गनीमत यह रही है कि किसी घटना में जनहानि नहीं हुई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर मेला क्षेत्र के सेक्टर-8 के कपि मानस मंडल और उपभोक्ता संरक्षण समिति के शिविर में आग लगी थी। आग कल्पवासियों द्वारा खाली किए गए तंबुओं में लगी थी। आग काफी बड़ी थी और तेजी से फैल रही थी, लेकिन समय रहते फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम ने आग पर काबू पा लिया। दोनों शिविर में दो-दो तंबू जले हैं।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत सिंह राणा ने कहा-लगभग 3 बजे हमें टेंट में आग लगने की सूचना मिली। खाली टेंट था, कोई जनहानि नहीं हुई है। आगे की जांच चल रही है। सोमवार को सेक्टर 18 के बजरंगदास मार्ग पर आग लगी थी। जिस पर समय रहते काबू पा लिया गया।

आग लगने की पहली घटना : कुम्भ मेला शुरू होने के छठे दिन 19 जनवरी को महाकुम्भ सेक्टर 19 में गैस सिलेंडर विस्फोट के बाद आग लग गई थी। मेला क्षेत्र में यह पहली आग लगने की घटना थी। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन सामान जल गया था। इस आग की घटना के बाद से महाकुम्भ मेले में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे।

शिवरात्रि को मेले का समापन : महाकुम्भ 13 जनवरी से शुरू हुआ है। जो कि 45 दिनों तक चलेगा। साधु-संत अपने-अपने मठों को लौट गए हैं। महाशिवरात्रि स्नान के बाद महाकुम्भ खत्म हो जाएगा। सोमवार को करीब सवा करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया था। अब तक करीब 53 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।

महाकुम्भ में आग लगने की घटनाएं
– 19 जनवरी: सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में आग लगी थी, हादसे में 180 कॉटेज जल गए।
– 30 जनवरी: सेक्टर 22 में आग लगी थी, जिसमें 15 टेंट जले थे।
– 7 फरवरी: महाकुम्भ नगर के सेक्टर-18 में स्थित अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) के शिविर में आग लग गई थी जिसमें करीब 20-22 टेंट जलकर खाक हो गए थे।
– 8 फरवरी : शाम करीब 4:30 बजे फायर स्टेशन के सामने चक्रपाणि महाराज के टेंट में भी आग लगने की घटना सामने आई थी। इस अग्निकांड में खाने-पीने समेत अन्य सामान जलकर राख हो गया था। मेले में चाय की दुकान चला रहे पंकज मिश्रा उस टेंट में रह रहे थे। इस अग्निकांड में भी किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई।
– 9 फरवरी : 9 फरवरी को दो स्थानों पर आग की सूचना रिकार्ड हुई। शाम 7:38 को एसएचओ मुखर्जी सेतु द्वारा थाने के सिपाही को भेजकर सूचना दी गई कि सेक्टर 23 के पीछे के रोड पार आग लगी है। वहां पर महाराज भोग प्रसादम मे स्थित बाबा टी स्टाल में आग लगी थी। जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए यूनिट द्वारा आग को पूर्ण रूप से बुझा दिया गया। इसी दिन महाकुम्भ के सेक्टर 19 में एक कल्पवासी के टेंट में गैस सिलेंडर लीक होने की वजह से आग लग गई थी। जिसे दमकल कर्मियों ने 10 मिनट में बुझा दिया था। सेक्टर 19 में ओम प्रकाश पांडे सेवा संस्थान द्वारा लगाए गए कल्पवासी टेंट में सुबह करीब 11:20 बजे आग लग गई थी। आग से राजेंद्र जायसवाल निवासी कर्मा, प्रयागराज का टेंट जल गया था।
– 13 फरवरी : मेला क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थान पर फिर आग लग गई। महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर छह में नागवासुकि के पास बिन्दु माधव मार्ग पर पुलिस का कैंप है, जहां सुरक्षाकर्मियों के रहने के लिए अलग-अलग टेंट बनाए गए हैं। गुरुवार दोपहर अचानक एक टेंट में शार्ट सर्किट से आग लग गई, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। इस घटना के बाद सेक्टर 18 में हरिश्चंद्र मार्ग पर स्थित गणेश धाम उज्जैन आश्रम बाबा त्रिलोचन दास के खाली पड़े टेंट में अचानक आग लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस अग्निशमन कर्मियों ने आग बुझाया, मगर तब तक दो टेंट जल चुके थे।
– 15 फरवरी: सेक्टर 18-19 में आग लगी। आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। दावा किया कि नोट से भरे 2 बैग जल गए।
– 17 फरवरी: सेक्टर-8 में आग लगी। इस पर जल्द ही काबू पा लिया गया।