भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल (weather patterns changed) गया है। बुधवार को भीषण गर्मी (extreme heat) के बीच भोपाल, इंदौर, समेत कई शहरों में बारिश (rain in many cities) हुई। इंदौर में दोपहर डेढ़ बजे झमाझम पानी गिरा, तो वहीं मंदसौर के खजूरी आंजना गांव में भी करीब 40 मिनट तक तेज बारिश हुई। करीब पांच बजे भोपाल भी भीगा और यहां रात में भी बूंदाबांदी हुई। इसके अलावा खंडवा, खरगोन, रतलाम और उज्जैन समेत कई जगह पानी गिरा। इधर, विदिशा में करीब 10 मिनट तक बारिश के साथ ओले गिरे। मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर से हवाओं के साथ कुछ नमी आने लगी है। इसके चलते बुधवार को दोपहर के बाद मौसम ने यू टर्न ले लिया। आसमान में बादल छा गए और प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज-चमक होने के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हुई। दिन का तापमान लुढ़कने से तपिश से कुछ राहत भी मिली। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गुरुवार को भी मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। बुधवार को प्रदेश में सबसे अधिक 43.7 डिग्री सेल्सियस तापमान गुना में दर्ज किया गया।
भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में उत्तरी हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात है। इस चक्रवात से लेकर एक द्रोणिका गुजरात होते हुए कर्नाटक तक बनी हुई है, जबकि इसी चक्रवात से लेकर दूसरी द्रोणिका उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड होते हुए असम तक बनी हुई है। उत्तर-पूर्वी अरब सागर पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ अरब सागर से कुछ नमी आने लगी है। इस वजह से पूरे प्रदेश में आंशिक बादल बने हुए हैं। इसके चलते प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज-चमक के साथ बारिश की स्थिति बन रही है। गुरुवार को भी प्रदेश के लगभग सभी संभागों के जिलों में रुक-रुककर बारिश हो सकती है। इस दौरान तेज हवाएं चलने के भी आसार हैं। गुरुवार से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में सक्रिय होने की संभावना है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही थी। मंगलवार को प्रदेश के 18 शहरों का तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच गया था। सबसे ज्यादा 44.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दमोह में दर्ज किया गया था। बुधवार को भी दोपहर तक भीषण गर्मी से लोग बेहाल रहे, लेकिन दोपहर में अचानक मौसम बदल गया। बादलों ने डेरा डाल लिया और हवाएं चलने लगीं। इसके बाद प्रदेश के अधिकांश शहरों में बारिश और बूंदाबांदी होने लगी। इंदौर, भोपाल समेत कई जगह बारिश हुई। इधर, कटनी में शाम तक आंधी ने शहर को घेर लिया और उसमें कई स्थानों पर जहां पेड़ों की डाल टूटकर नीचे गिर गईं तो वहीं होर्डिंग्स, बैनर फट गए और टीन नीचे आ गए। आंधी से उठे धूल के गुबार के कारण लोगों को अपने वाहन रोकने पड़े और तूफान के शांत होने के बाद लोग वाहन आगे बढ़ा सके। तूफान के चलते शहर में कई क्षेत्रों में फाल्ट आने से बिजली की सप्लाई भी प्रभावित हुई।