– यात्रा के स्वागत के लिये रीवा, खरगोन, छिंदवाड़ा, दतिया एवं उज्जैन में उमड़ा जनसैलाब
भोपाल (Bhopal)। संत रविदास (Sant Ravidas) के संदेश और जीवन मूल्यों (message and life values) के प्रति समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न स्थान से निकाली जा रही समरसता यात्राएँ (harmony tours) 12 अगस्त को सागर (Sagar) पहुंचेंगी, जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) संत रविदास मंदिर निर्माण (sant ravidas temple construction) का शिलान्यास करेंगे। यात्राओं ने छठवें दिन रविवार को रीवा, खरगोन, छिंदवाड़ा, दतिया एवं उज्जैन जिले में सद्भावना का संदेश दिया। इस दौरान संत रविदास समरसता यात्राओं में जनसैलाब उमड़ पड़ा। यात्रा के दौरान संतों की वाणी और जनता का उत्साह चहुँओर आध्यामिकता के रंग बिखेर रहा है।
समरसता यात्रा के स्वागत के लिये यात्रा के छठवें दिन रविवार को दतिया जिले में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक, सांसद संध्या राय, उज्जैन में पूर्व विधायक मुकेश पण्ड्या, रीवा जिले में मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के सदस्य एवं विधायक प्रदीप पटेल, छिंदवाड़ा जिले में पूर्व विधायक रमेश दुबे और खरगोन जिले में जन-प्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने समरसता यात्रा का स्वागत किया।
छिंदवाड़ाः- बालाघाट से 25 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक-4 की समरसता यात्रा ने रविवार को छिंदवाड़ा जिले के चौरई विकासखंड के ग्राम कोहका से प्रवेश किया। यात्रा का पुष्प-वर्षा और गाजे-बाजे से भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान यात्रा के साथ पहुंचे यात्रा समन्यवक म.प्र. जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र जामदार का पूर्व विधायक पं.रमेश दुबे सहित स्थानीय जन-प्रतिनिधियों, ग्रामीणों ने स्वागत किया। संत शिरोमणि गुरूदेव रविदास जी की चरण पादुकाओं के पूजन उपरांत इस यात्रा में गाँव-गाँव से गुजर कर मिट्टी और जल कलश एकत्र किये गये। हर जगह ग्रामीणों ने संत रविदास के भजन और दोहों पर बेंड-बाजे के साथ यात्रा का स्वागत किया।
उज्जैनः- नीमच से 25 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक-एक की सन्त रविदास समरसता यात्रा ने रविवार को उज्जैन के बड़नगर में प्रवेश किया। बड़नगर से रूनिजा, बालोदा कोरन, बालोदा लक्खा, पिटलावदिया, मलोड़ा इंगोरिया होते हुए यात्रा नागदा पहुंची। यात्रा में जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, पूर्व विधायक मुकेश पण्ड्या एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन शामिल हुए। यात्रा का रात्रि विश्राम आज नागदा में होगा। महिदपुर एवं उज्जैन में जन संवाद कार्यक्रम होंगे। यात्रा के दौरान विभिन्न ग्रामों से मिट्टी संग्रहण किया जा रहा है व प्रत्येक तहसील से नदियों का जल संग्रहित कर एकत्रित किया जा रहा है। यात्रा के दौरान रात्रि विश्राम वाले स्थानों पर रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
रीवाः- सिंगरौली से 26 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक-5 की संत रविदास समरसता यात्रा रविवार को रीवा के देवतालाब विधानसभा क्षेत्र के देवतालाब से आरंभ हुई। ग्राम पथरहा में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने समरसता रथ यात्रा का स्वागत किया तथा संत शिरोमणि की चरण पादुका का पूजन किया। ग्राम पथरहा में विधानसभा अध्यक्ष ने मनगवां विधायक डॉ. पंचूलाल प्रजापति को समरसता रथ यात्रा की कमान सौंपी। मनगवां विधानसभा क्षेत्र के ग्राम टिकुरी, चंदेह, मिश्रिरगवां तथा जरहा होते हुए समरसता यात्रा मनगवां के हरिजन बस्ती वार्ड क्रमांक 9 पहुंची। समरसता रथ यात्रा में मनगवां में जनसंवाद तथा चरण पादुका पूजन और समरसता भोज का आयोजन किया गया।
जनसंवाद में सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि भक्ति मार्ग का सबसे बड़ा उपदेश है “मन चंगा तो कठौती में गंगा” अगर मन में श्रद्धा, निर्मलता और पवित्रता है तो जहां चाहिए वहां भगवान मिलेंगे।
दतियाः- 25 जुलाई को श्योपुर जिले से निकली रूट क्रमांक-3 की संत रविदास समरसता यात्रा ने रविवार को दतिया जिले में सद्भावना का संदेश दिया। यात्रा के दतिया जिले मे पहुंचने पर सेवढा, इंदरगढ़, भाण्डेर एवं उनाव में जनसंवाद के कार्यक्रम आयोजित किए गए। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक ने भांडेर में समरसता यात्रा की अगवानी की। क्षेत्रीय सांसद संध्या राय ने बस स्टेण्ड सेवढ़ा में आयोजित जनसंवाद के कार्यक्रम में शामिल हुई। उन्होंने संत रविदास के संदेशों और दर्शन का उल्लेख किया।
मध्यप्रदेश बांस एवं बांस शिल्प विकास वोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम पिरोनिया ने कहा कि केन्द्र एवं मध्य प्रदेश सरकार संतो एवं महापुरूषों के सम्मान में कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में संत रविदासजी का भव्य मंदिर भी सागर में बनाया जा रहा है।
खरगोनः- संत रविदास समरसता यात्रा ने 25 जुलाई को धार जिले के मांडव से निकलकर खरगोन के मंडलेश्वर पहुँचकर समरसता का संदेश दिया। नर्मदा तट पर मंडलेश्वर सीमा में पहुँचते ही भव्य स्वागत किया गया। संत रविदास के जयकारे लगाते हुए मंडलेश्वर नगर में यात्रा ने प्रवेश किया। नगर में भ्रमण करते हुए यात्रा श्रीनगर मंडी पहुँची। यहाँ जनसंवाद में जन-प्रतिनिधियों और संतो ने संत रविदास के उपदेश और दोहों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। विभिन्न स्कूलों में संत रविदास के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई थीं। यात्रा के दौरान श्रीनगर (मंडलेश्वर) कृषि मंडी में जनसंवाद के दौरान निबंध लेखन, खेलकूद, रंगोली सहित अन्य प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।