भोपाल। भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा आज 7 जनवरी 2023 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मध्यप्रदेश राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के एडीजी चंचल शेखर और उनकी टीम में शामिल एआईजी हेमंत चौहान, एआईजी प्रांजलि शुक्ला, निरीक्षक इंद्रा नामदेव और हेड कांस्टेबल सुरेन्द्र रघुवंशी को ई- विवेचना एप के उल्लेखनीय उपयोग और पहल करने के लिए “डिजिटल इंडिया अवॉर्ड 2022” के “डिजिटल इनिशिएटिव एट ग्रासरूट लेवल कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार (प्लैटिनम अवॉर्ड) से पुरस्कृत किया गया। पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने उक्त अवॉर्ड को प्राप्त करने पर राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो की टीम को बधाई दी है।
बता दें कि इस पुरस्कार के लिए नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन की गई थी, जिसमें सम्पूर्ण भारत से 400 नॉमिनेशन प्राप्त हुए थे। डिजिटल इंडिया अवॉर्ड हेतु निचले स्तर पर नागरिकों को बेहतर सेवा प्रदाय करने हेतु केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की संस्थाओं से 7 कैटेगरी में 21 नॉमिनेशन के लिए चयन किया गया था, जिसमें एससीआरबी, मध्यप्रदेश को “डिजिटल इनिशिएटिव एट ग्रासरूट लेवल कैटेगरी” में प्रथम (प्लैटिनम) पुरस्कार प्राप्त हुआ। नॉमिनेशन की प्रक्रिया में शॉर्टलिस्ट होने के उपरांत एडीजी एससीआरबी चंचल शेखर एवं एआईजी सीसीटीएनएस प्रांजलि शुक्ला द्वारा नई दिल्ली में ज्यूरी के समक्ष ई- विवेचना एप का प्रेजेन्टेशन दिया गया था।
एडीजी चंचल शेखर ने बताया कि सीसीटीएनएस के माध्यम से थानों का कार्य डिजिटल हुआ है स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा को लागू करने हेतु मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा मैदानी स्तर पर पुलिसकर्मियों को डिजिटल टूल के रूप में ई- विवेचना एप विकसित कर उपलब्ध कराया गया है। इस एप को मध्यप्रदेश पुलिस एमपीएससीडीसी के साथ मिलकर विकसित किया है। विवेचक टैबलेट की सहायता से मौके पर ही वास्तविक समय में विवेचना कर सकते हैं । इस एप की मदद से विवेचक घटनास्थल का विवरण जैसे- फोटो, वीडियो, गवाहों के बयान, घटनास्थल के वास्तविक निर्देशांक और केस डायरी की जानकारी सीधे सीसीटीएनएस में भर सकते हैं। अब तक इस एप के माध्यम से 24, 231+ प्रकरणों की केस डायरी संधारित की जा चुकी है।