भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (Madhya Pradesh High Court) की इंदौर खंडपीठ (Indore Bench ) के आदेश पर धार (Dhar) की ऐतिहासिक भोजशाला (historical Bhojshala ) में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग (Archaeological Survey of India (ASI) Department) का सर्वे (Survey) शनिवार को 16वें दिन भी जारी रहा। दिल्ली और भोपाल के अधिकारियों की टीम ने सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में प्रवेश किया और शाम पांच बजे बाहर निकली। इस दौरान टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अधीन धार की भोजशाला का वैज्ञानिक पद्धति से सर्वे किया जा रहा है। शनिवार को एएसआई के अधिकारियों द्वारा चार अलग-अलग टीम बनाकर भोजशाला के परिसर के अंदर और परिसर के बाहर सर्वे का काम किया। इस दौरान लगभग तीन हजार तगारी मिट्टी भोजशाला परिसर के अंदर और परिसर के बाहर से हटाई गई। वहीं, एक टीम द्वारा खम्बो की नाप की गई।
एएसआई की टीम में 20 अधिकारी और 31 मजदूर शामिल हैं। अब तक की खुदाई में टीम को भोजशाला में तीन सीढ़ियां मिली हैं। टीन ने भोजशाला के मुख्य भवन के आसपास कुल 13 स्थानों पर खुदाई के लिए चिह्नित किया था, जिसमें से अभी तीन स्थानों पर ही मिट्टी खोदने का काम जारी है। शनिवार को भी इन स्थानों से छोटे-छोटे औजारों से मिट्टी हटाकर परीक्षण किया गया।
शनिवार को एएसआई टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला में सर्वे का काम तेजी से चल रहा है टीम द्वारा भोजशाला के गर्भग्रह के पास से मिट्टी हटाने का काम किया। आज दिन भर में लगभग तीन हजार तगारी मिट्टी हटाई गई है, जिसमें पांच सौ तगारी मिट्टी गर्भगृह के पास से ओर लगबग 25 सौ तगारी मिट्टी भोजशाला के उत्तर और पश्चिमी ओर से हटाए गई है।