Friday, November 22"खबर जो असर करे"

मध्यप्रदेश के शिल्पकार है हमारे किसान पुत्र मुख्यमंत्री

– कमल पटेल

सुख, सम्पन्नता, शांति और सर्वव्याप्त खुशहाली से समृद्ध हमारा मध्यप्रदेश आज (5 मार्च को) अपने लोकप्रिय और जन-जन के नेता शिवराज सिंह चौहान का जन्म-दिवस मना रहा है। किसान पुत्र शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्रित्व काल में मध्यप्रदेश ने अभूतपूर्व उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इसी का परिणाम है कि हमारा मध्यप्रदेश निरंतर विकास का इतिहास गढ़ता जा रहा है और प्रगति पथ पर बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के किसानों के कल्याण के लिये किये गये अभूतपूर्व कार्यों और हरदा जिले को शत-प्रतिशत सिंचित जिला बनाने के लिये क्षेत्र और प्रदेश की जनता की ओर से जन्मदिन पर आभार और अभिनंदन।

ग्रामीण पृष्ठभूमि और किसान परिवार में जन्में चौहान ने देश में सबसे पहले किसानों की दोगुनी आय का सपना देखा और उसे अपने नेतृत्व में भी साकार कर दिखाया। आज प्रदेश के लाखों किसान परिवारों का जीवन खुशहाल है। प्रदेश के हर क्षेत्र में पक्की और मजबूत सड़कों का जाल सतत विकास की कहानी को प्रतिबिम्बित करता है। सिंचाई क्षमता में वृद्धि के लिये प्रदेश में लघु, मध्यम और वृहद परियोजना का जाल बिछा दिया गया है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लाखों करोड़ों बच्चे अत्याधुनिक सुविधाओं और संसाधनों वाले स्कूल और कॉलेजों में पढ़ रहे हैं और अपने सपनों को साकार कर रहे हैं। हमारी माता-बहनों का जीवन खुशहाल बना है। लाड़ली बेटियाँ बिना किसी चिंता के पढ़ रही है और उनके विवाह तथा जीवन पर्यंत तक की जिम्मेदारी उनके मामा “शिवराज” उठा रहे है। समाज के सभी वर्गों के प्रति मुख्यमंत्री की यह संवेदनशीलता और चिंता उनके व्यक्तित्व को विशाल बनाती है।

देश आज़ादी का अमृतकाल मना रहा है और प्रदेश के मुखिया ने इस अवसर को भी किसान हित में समर्पित किया है। किसान हितों को लेकर वे इतने संवेदनशील है कि उन्होंने इस वर्ष के बजट को किसान-कल्याण के लिये खास बना दिया है। उन्होंने बजट में यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश का प्रत्येक अन्नदाता, चिंता मुक्त होकर प्रसन्नता के साथ लोक कल्याणकारी बजट के जश्न में शामिल हो। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में कृषि से संबद्ध व्यवसायों के लिये 53 हजार 964 करोड़ और कृषि के लिये 16 हजार 900 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने डिफॉल्टर किसानों के सहकारी समितियों के ब्याज को भरने की जिम्मेदारी भी सरकार के माध्यम से स्वयं ले ली है। बजट में मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 3 हजार 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। फसल बीमा योजना के लिए 2 हजार करोड़, बिजली बिलों पर सब्सिडी के लिए 13 हजार करोड़ सहित किसानों के लिए संचालित अन्य सभी योजनाओं में पर्याप्त प्रावधान किया गया है। चना, मसूर, सरसों की फसल का उपार्जन गेहूँ की फसल के साथ कर किसानों को बहुत बड़ी राहत प्रदान की है। इसी का फायदा मिला कि किसानों को उपज का समुचित दाम मिला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प वर्ष 2021 में ही पूरा हो गया।

मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार अभूतपूर्व फैसले लिए गए हैं। किसानों को किसानी में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसलिये सरकार कृषि विभाग में इस वर्ष 2 हजार 969 पदों पर भर्ती करने जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान की दूरदर्शिता से ही प्रदेश में सिंचाई का रकबा लगातार नित नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। वर्ष 2003 में महज 7 लाख हेक्टेयर का सिंचित रकबा अब बढ़कर 45 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है। सरकार का लक्ष्य जल्द ही इसे 65 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता तक करने का है।

अब किसानों की उपज का एक-एक दाना समर्थन मूल्य पर खरीदा जाता है। प्रदेश में खेती को लाभ का धंधा बनाने का मुख्यमंत्री के संकल्प ने किसानों का जीवन समृद्धि से भर दिया है। उनकी प्रतिबद्धता और लोक कल्याणकारी योजनाओं से ही प्रदेश को राष्ट्रीय-स्तर पर दिया जाने वाला कृषि कर्मण अवार्ड लगातार 7 बार प्राप्त हुआ है। कोरोना के बड़े संकट के बाद भी गेहूँ के उपार्जन में पंजाब को पीछे छोड़ कर देश में अव्वल स्थान प्राप्त करना स्वर्णिम सपने के साकार होने जैसा है। प्रदेश में अब किसान मंडियों में आकर बगैर किसी चिंता के अपनी मेहनत का उचित मूल्य प्राप्त करते हैं। मण्डियों के बाहर किसानों के घर से सौदा-पत्रक के आधार पर खरीदी करना सुनिश्चित किया गया। इलेक्ट्रॉनिक तौल-काँटे से तुलाई होने पर हम्माल-तुलावटी की राशि वसूलना बंद कराना सुनिश्चित कराया गया है। ग्रामीण पृष्ठ भूमि से आने वाला हमारा भोला-भाला किसान किसी भी प्रशासनिक नीति और नियमों को ठीक तरीके से समझे, इसलिए किसानों के हित में समस्त विभागीय दिशा-निर्देश, संवाद एवं पत्राचार सरलीकृत रूप से राजभाषा हिन्दी में किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में हमारा प्रदेश कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बना हुआ है। हम जैविक और प्राकृतिक खेती में भी अग्रणी है। मध्यप्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए म.प्र. प्राकृतिक कृषि विकास बोर्ड में शीर्ष निकाय तथा टास्क-फोर्स का गठन किया गया है। मध्यप्रदेश अग्रणी होने के साथ ही हर क्षेत्र में आत्म-निर्भर बने, इसलिए अन्नदाताओं को अधिक से अधिक सुविधाओं और संसाधनों से युक्त किया जा रहा है। फूड पार्क, कोल्ड-स्टोरेज, साइलो, वेयर-हाउसों के निर्माण से फसल क्रांति आई है। किसान की मर्ज़ी और सहमति के बिना उनकी जमीन अधिगृहित नहीं हो सकती है। किसान पुत्र मुख्यमंत्री चौहान का जल, मिट्टी और पर्यावरण-संरक्षण के प्रति समर्पण ही है कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में पौध-रोपण आज जन-अभियान बन गया है। लाखों पौधे लगाये गये हैं और यह क्रम निरंतर जारी है। प्रदेश के करोड़ों लोगों के जीवन को खुशहाली देने के लिए संकल्पित हमारे नेता,जन जन प्रिय मुख्यमंत्री चौहान को दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की अनंत शुभकामनाएँ।

(लेखक प्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री है)