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मप्रः नाबालिग के साथ हैवानियत, सामूहिक दुष्कर्म कर प्राइवेट पार्ट में डाली लकड़ी, आरोपित गिरफ्तार

सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले में नाबालिग के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर एक गांव में दो दुष्कर्मियों ने नाबालिग को पहाड़ी पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म कर प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी। बच्ची को गंभीर हालत में रीवा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाज में जुटे डॉक्टरों के अनुसार पीड़ित की हालत गंभीर बनी हुई है।

शुक्रवार सुबह मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब खून से लथपथ हालत में नाबालिग अपने घर पहुंची। बच्ची गत गुरुवार दोपहर करीब एक बजे घर के बाहर से लापता हो गई थी। शुक्रवार घर पहुंचने पर उसकी हालत बेहद खराब थी। वजह पूछने पर उसने परिजन को वारदात की जानकारी दी। इसके बाद परिजन स्थानीय लोगों के साथ थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने पीड़ित किशोरी के बयान के आधार पर प्रकरण दर्ज कर लिया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की पहचान रवीन्द्र कुमार रवि और अतुल बढौलिया के रूप में की गई है। दोनों आरोपित मैहर मंदिर प्रबंध समिति की गौशाला के कर्मचारी हैं।

जानकारी मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, टीआई अनिमेष द्विवेदी और तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। बच्ची के इलाज के संबंध में डॉक्टरों से चर्चा भी की। एसडीएम जाधव ने बताया कि नाबालिग को बेहतर इलाज के लिए रीवा रेफर किया है। टीआई अनिमेष द्विवेदी उसके साथ गए हैं। वहीं, एसडीओपी लोकेश डावर ने बताया कि मेडिकल में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। गिरफ्तार में लिए गए दोनों आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।

कोई अपराधी बचना नहीं चाहिएः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि कहा कि मैहर की बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है। मन पीड़ा से भरा हुआ है व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई अपराधी बचना नहीं चाहिए। पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।

कमलनाथ ने साधा सरकार पर निशाना
मासूम से सामूहिक दुष्कर्म की इस घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा- मध्य प्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं। बच्चों के साथ बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार आज मध्य प्रदेश की छवि बन गई है। कमलनाथ ने पीड़िता को बेहतर उपचार और एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है।

इधर, मैहर में मां शारदा देवी मंदिर प्रबंधन समिति के दोनों कर्मचारियों को अशोभनीय कृत्य और मैहर थाने में लैंगिक अपराध का प्रकरण दर्ज होने पर सेवा से पृथक कर दिया गया है। प्रबंधन समिति द्वारा रखे गए कर्मचारी रविन्द्र कुमार रवि और अतुल बढौलिया की सेवाएं प्रशासक मां शारदा देवी मंदिर प्रबंधन समिति एवं एसडीएम मैहर सुरेश जादव ने समाप्त कर दी है।

वहीं, पीड़ित बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता कराई गई है।