सत्र में पर्यटन परियोजनाओं में निवेश, पर्यटन निवेश नीति, सब्सिडी, इंसेंटिव्स और प्रक्रिया संबंधी प्रेजेंटेशन दिया। एचएचआर ग्रुप ऑफ होटल्स रीवा राजविलास के अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि स्वयं की हेरिटेज प्रॉपर्टी या कोठी को पर्यटन विभाग की मदद से हेरिटेज होटल में बदला जा सकता है या फिर पर्यटन विभाग की पारदर्शी ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के माध्यम से हेरिटेज प्रॉपर्टी को ले सकते है। इस तरह पर्यटन विभाग के माध्यम से स्वयं का लाभ कमाकर आसपास स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी संबल दे सकते है।
बियर वैली कैंप के ओनर सलील दलवी ने कहा कि मध्य प्रदेश में वर्ष 2017 में आया और यही का होकर रह गया। मध्यप्रदेश में लैंड, वाटर और एयर की साहसिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त है। प्रदेश में बर्ड वाचिंग, वेलनेस रिट्रीट की स्थापना और बढ़ावा देने पर विचार किया जाना चाहिए।
पैनल में आदित्य प्रताप सिंह ओनर एसपीएस होटल, राजन शर्मा प्रबंध निदेशक रैडिसन रीवा ने भी विचार रखें। निवेशकों और श्रोताओं के लिए प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया। पर्यटन पर आयोजित सत्र प्रदेश और क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, क्योंकि यह निवेशकों को पर्यटन क्षेत्र में नए अवसरों की जानकारी प्रदान करेगा और प्रदेश एवं विंध्य क्षेत्र के पर्यटन उद्योगों को बढ़ावा देने में मदद करेगा। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक राज्य पर्यटन विकास निगम इल्लैराजा टी सहित पर्यटन क्षेत्र के स्टेक होल्डर्स, होटल संचालक और बड़ी संख्या में सहभागी उपस्थित रहे।
खनन और खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी विशेष सत्र
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान खनिज साधन विभाग द्वारा खनन और खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किया गया। सत्र में खनन और खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर संजय कुमार शुक्ला प्रमुख सचिव खनिज संसाधन द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया। उन्होंने प्रदेश में खनन एवं खनिज के क्षेत्र अपार संभावनाओं को विस्तार के साथ बताया। प्रबंध संचालक अनुराग चौधरी ने विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी दी तथा रेडी मिक्स कांक्रीट के क्षेत्र में संभावनाओं के विषय में जानकारी साझा की। उन्होंने खनन एवं खनिज के क्षेत्र में विस्तार के लिए लोगों से सुझाव भी माँगे।