Friday, November 22"खबर जो असर करे"

सभी ग्रामों में बनेंगी लाड़ली बहना सेनाएँ: मुख्यमंत्री चौहान

– मुख्यमंत्री गंधवानी में लाड़ली बहना महासम्मेलन में हुए शामिल, 417 करोड़ से अधिक के कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि बहनों के कल्याण (welfare of sisters) के लिए अनेक योजनाएँ (multiple plans) संचालित हैं। योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और कार्यों पर निगरानी रखने के लिए लाड़ली बहना सेनाओं की भूमिका को सक्रिय बनाया जाएगा। सभी ग्रामों में लाड़ली बहना सेनाएँ (Ladli Bahana Sena in villages) बनेगी। बड़े ग्रामों में 21 सदस्य और छोटे ग्रामों में 11 सदस्य शामिल की जाएंगी। उन्होंने कहा कि नागरिकों की जिंदगी बदलना मेरी जिंदगी का उद्देश्य है। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं, युवाओं और समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ तेजी से क्रियान्वित की जा रही हैं।

मुख्यमंत्री चौहान रविवार को धार के गंधवानी में लाड़ली बहना महासम्मेलन (Ladli Bahna Mahasammelan) को संबोधित कर रहे थे। महासम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल एवं केन्द्रीय टेक्सटाईल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश के पहुंचने पर बहनों ने अगवानी की। जनजातीय समाज द्वारा पारंपरिक रूप से और तीर-कमान भेंट कर स्वागत किया गया। अतिथियों को धार जिले के प्रख्यात बाग प्रिंट के वस्त्र भेंट किये गये। मुख्यमंत्री ने 229 करोड़ 66 लाख रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और 187 करोड़ 76 लाख रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। जहाँ विभिन्न संपत्तियाँ महिलाओं के नाम पर पंजीकृत हो रही हैं, वहीं बहनों के कल्याण के लिए कई अभिनव योजनाएँ संचालित हैं। लाड़ली बहना योजना प्रारंभ करने से प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण का कार्य आसान हुआ है। योजना से मिलने वाली राशि से महिलाओं को छोटे-छोटे खर्चों के लिए अन्य लोगों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में विशेष पिछड़ी जनजाति बेगा, सहरिया और भारिया के लिए 1000 रुपये मासिक प्रदान करने की योजना प्रारंभ की गई थी। इस राशि से महिलाएँ घर में फल, दूध, सब्जी आदि खरीदने का कार्य कर सकती हैं। लाड़ली बहना योजना भी इस विचार का विस्तार है। इसमें विशेष पिछड़ी जनजातियों के अलावा सभी बहनों के लिए प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि 10 जून से महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलने लगेगा।

चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने संबल योजना को बंद कर दिया और कन्याओं के विवाह के लिए सहायता देना भी बंद हो गया था, जिसे पुनः प्रारंभ किया गया। उन्होंने सीखो और कमाओ योजना से युवाओं को सहायता देने की जानकारी भी दी, साथ ही कहा कि धार जिले में पीएम मित्र पार्क प्रारंभ होने से क्षेत्र में महिलाओं को आसानी से रोजगार उपलब्ध होंगे।

उन्होंने कहा कि ग्रामों में कन्या के जन्म पर कुछ दशक पूर्व मायूसी देखने को मिलती थी लेकिन अब परिवर्तन आ रहा है। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में जन-सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जन-कल्याण के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों, लाड़ली लक्ष्मी से लेकर लाड़ली बहना योजना तक महिला सशक्तिकरण के लिए प्रारंभ की गई योजनाओं और कार्यक्रमों का उल्लेख भी किया।

उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना के प्रति धार जिले में काफी उत्साह देखा जा रहा है। सम्मेलन में इसकी झलक मिली जब “अब जियो लाड़ली बहना, बढ़ चलो लाड़ली बहना…” गायन काफी देर चला। मुख्यमंत्री ने महासम्मेलन में जनता के बीच जाकर उनका अभिवादन किया। इस अवसर पर धार जिले के 13 विकासखंड की बहनों ने जिले की 90 हजार बहनों की ओर से मुख्यमंत्री को पाती (चिट्ठियाँ) सौंपी, जिसमें मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ करने के लिए धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धार जिले के पीएम मित्र टेक्सटाईल पार्क से दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।

केंद्रीय टेक्सटाईल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने कहा कि यह सौभाग्य है कि मुझे मध्यप्रदेश आने का अवसर मिला है। धार जिले में टेक्सटाईल क्षेत्र में अद्भुत कार्य होगा। इसमें महिलाओं की सहभागिता भी होगी। महिलाओं की भागीदारी से अच्छे परिणाम मिलेंगे। मध्यप्रदेश सजग भी है और गजब भी है। इसे प्रधानमंत्री मोदी भी मानते हैं। पीएम मित्र टेक्सटाईल पार्क से महिलाएँ अधिक सशक्त होंगी। मध्यप्रदेश कई उत्पादों में जीआई टैग प्राप्त कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान के आग्रह पर केंद्र सरकार ने यह पार्क स्वीकृत किया है। इससे क्षेत्र का बहुमुखी विकास होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री का पार्क के लिए जमीन और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर आभार माना। उन्होंने कहा कि हम सब मिल कर तेजी से कार्य करेंगे। पार्क से धार अंचल के विकास को गति मिलेगी और करीब 2 लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

कार्यक्रम में मप्र के औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सांसद छतर सिंह दरबार और पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने महासम्मेलन के पश्चात पेसा नियम अंतर्गत गठित समितियों के सदस्यों से भी बातचीत की।